कहाँ से शुरू हुआ चौकीदार चोर है का नारा, जानिए

लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण के मतदान से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपना हमला और तेज़ कर दिया है. राहुल गांधी ने शनिवार को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि अगर पीएम मोदी ने दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तरह सरकार चलाई होती, जहां सत्ता के कई केंद्र थे तो वे उन लोगों से सवाल करते जो समस्याओं के कारण हैं, लेकिन इस सरकार में मोदी अकेले जिम्मेदार हैं, क्योंकि और किसी के पास कुछ कहने को नहीं है.

राहुल ने ये बातें एक राष्ट्रीय अंग्रेजी अखबार को दिए एक इंटरव्यू में कही. इंटरव्यू में राहुल ने यह भी बताया कि ‘चौकीदार चोर है’ नारा, कहां से आया.

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘जब पीएम मोदी ने नोटबंदी का ऐलान किया तो कैबिनेट में किसी से कोई सलाह नहीं ली गई, जब उन्होंने गब्बर सिंह टैक्स (जीएसटी) लगाया तो किसी से सलाह नहीं ली. ऐसे कई मामले हैं जहां उनके अकेले फैसले लेने की स्टाइल ने अर्थव्यवस्था को संकट में डाल दिया और आज 45 साल में पहली बार सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर है.’

‘चौकीदार चोर है’ नारे के सवाल पर राहुल ने कहा कि यह नारा उन्होंने नहीं शुरू किया. राहुल ने कहा- ‘मैंने इसे नहीं उछाला. मैं छत्तीसगढ़ में एक रैली कर रहा था इस दौरान मैंने कहा कि चौकीदार ने किसानों के लोन माफ नहीं किए. चौकीदार ने नौकरियां नहीं दीं, चौकीदार ने 15 लाख रुपये नहीं दिये. वहां कुछ युवा खड़े थे. मैंने जब ‘चौकीदार’ कहा तो उन्होंने कहा ‘चोर’ है. मैं कहा- फिर से कहो- तो युवकों ने कहा – ‘चौकीदार चोर है.’ यह मैंने नहीं शुरू किया. यह भारत की जनता ने कहा.’

राहुल ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की हार का हवाला देते हुए कहा कि – ‘मैं खुश हूं कि 2014 में हमारी हार हुई, इसने कांग्रेस को बहुत कुछ सिखाया.’ मध्य प्रदेश की भोपाल सीट से प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भारतीय जनता पार्टी की ओर से टिकट दिये जाने के सवाल पर राहुल ने कहा कि ‘हम चुप नहीं है. हम उनके प्रत्याशी को हरा देंगे.’

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