दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन सीट बंटवारे को लेकर अंतिम रूप नहीं ले पा रहा है. इस मुद्दे को लेकर सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल के बीच ट्विटर पर तू-तू मैं-मैं हुई. दोनों नेताओं ने सीट बंटवारे पर सहमत नहीं होने पर एक दूसरे से शिकवा शिकायत की. राहुल ने शाम 5.50 बजे ट्वीट किया कि दिल्ली में कांग्रेस और ‘आप’ के बीच गठबंधन का मतलब है भाजपा की करारी हार. इसे सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस ‘आप’ को चार सीटें देने को तैयार थी लेकिन अरविंद केजरीवाल ने यू-टर्न ले लिया. उन्होंने लिखा कि कांग्रेस के दरवाजे अभी भी खुले हैं, लेकिन वक्त निकला जा रहा है.
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इस पर पलटवार करते हुए केजरीवाल ने शाम 6.29 बजे ट्वीट किया कि कौन सा यू-टर्न? अभी तो बातचीत चल रही थी. आपका (राहुल गांधी) ट्वीट दिखाता है कि गठबंधन की इच्छा नहीं, मात्र दिखावा है. मुझे दुख है कि आप बयानबाजी कर रहे हैं. आज देश को मोदी-शाह के खतरे से बचाना अहम है. दुर्भाग्य है कि आप यूपी और अन्य राज्यों में भी मोदी विरोधी वोट बांटकर भाजपा की मदद कर रहे हैं.
वही दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने भी ट्वीट करके कांग्रेस पर बीजेपी को सपोर्ट करने का आरोप लगाया है. गोपाल राय ने कहा है कि ” हरियाणा, दिल्ली और चंडीगढ़ मिलाकर 18 सीटें हैं। कांग्रेस कह रही है कि इनमें 3 सीटें कांग्रेस को जीतने दो, 4 सीट “आप” जीत ले और 11 सीटें भाजपा को जीतने दें। हम भाजपा को एक भी सीट नहीं देना चाहते। यहाँ आकर बात अटक गयी है आखिर कांग्रेस भाजपा को 11 सीटों पर क्यों जिताना चाहती हैं”
बुधवार को होगी नए सिरे से बातचीत
खबर है कि आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन के लिए बुधवार को नए सिरे से बातचीत होगी. आप चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा में भी गठबंधन करने के साथ दिल्ली में 5:2 (5 आप, 2 कांग्रेस) के फार्मूले का प्रस्ताव रखेगी. एनसीपी नेता शरद पवार की मध्यस्थता में दूसरी बार होने जा रही बातचीत में वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल और ‘आप’ नेता संजय सिंह शामिल होंगे.