केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी. सुषमा ने इंदौर में पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि वह अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी लेकिन अगर पार्टी फैसला करती है तो वह इस पर विचार करेंगी. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कारणों की वजह से वह यह फैसला ले रही हैं. गौरतलब है कि सुषमा स्वराज मध्य प्रदेश के विदिशा से ही लोकसभा सांसद हैं, वह पिछले काफी लंबे समय से अस्वस्थ हैं. अभी दो साल पहले ही उनका किडनी ट्रांसप्लांट किया गया था.
अम्बाला छावनी में जन्मीं सुषमा स्वराज ने एस॰डी॰ कॉलेज अम्बाला छावनी से बी॰ए॰ और पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से कानून की डिग्री ली है. पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने पहले जयप्रकाश नारायण के आन्दोलन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. आपातकाल का पुरजोर विरोध करने के बाद वे सक्रिय राजनीति से जुड़ गयीं. वर्ष 2014 में उन्हें भारत की पहली महिला विदेश मंत्री होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है.
कुशल वक्ता के रूप में पहचान रखने वाली सुषमा दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं. वह कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी के खिलाफ वेल्लारी से चुनाव लड़ चुकी हैं, हालांकि यहां उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था. संसद में दिए इनके भाषणों की हमेशा चर्चा होती है. सुषमा सभ्य शब्दों में विरोधियों पर तीखे हमले करती हैं. मौजूदा मोदी सरकार में भी सुषमा विदेश मंत्रालय जैसा अहम पद संभाल रही हैं