क्या प्रदुषण को सरकार गंभीरता से नहीं ले रही है? केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री डा. हर्षवर्धन की बैठक में नहीं आये मंत्री…

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में प्रदूषण की वजह से लोगों को सांस लेने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. गुरुवार को दिल्ली में प्रदुषण गंभीर स्तर पर पहुँचने के कारण दिल्ली में निर्माण कार्य प्रतिबंधित लगा दिया गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रिकॉर्ड के तहत दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 393 दर्ज किया गया जो बेहद खराब की श्रेणी में आता है. वही दूसरे शहरो की बात करे तो गुड़गांव, फरीदाबाद और नोएडा में एक्यूआई 416 दर्ज किया गया जो गंभीर की श्रेणी में आता है जबकि गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में वायु गुणवत्ता बहुत खराब दर्ज की गई.

वही गुरुवार को समस्या को गंभीरता से लेते हुए केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री डा. हर्षवर्धन ने सभी संबंधित राज्यों के पर्यावरण मंत्री की एक बैठक बुलाई. जिसमें दिल्ली के मंत्री इमरान हुसैन को छोड़कर कोई भी नहीं आए. वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अन्य राज्यों के मंत्री बैठक में क्यों नहीं शामिल हुए? यह सभी राज्यों की समस्या है. मेरा अनुरोध है कि सभी साथ आएं. उसके बाद ही हम समस्या का निदान कर सकते हैं.

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