अब पुलिस थानों में पुलिस द्वारा सताये जाने की शिकायत उसी थाने में सीधे तौर पर की जा सकेगी.अब ना किसी की सिफारिश की जरूरत होगी ना किसी का दबाव पड़ेगा. आप भी पुलिस के कामों की समीक्षा करते हुई उनके बारे में फीडबैक दे सकेंगे. यह फीडबैक सीधा विभाग के आलाधिकारी को मिलेगा. बुधवार को उत्तर प्रदेश में नॉएडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ.अजयपाल ने थाना सेक्टर-20 में पुलिस फीडबैक मशीन का शुभारंभ किया है. जिसके माध्यम से पुलिस फीडबैक मशीन से थाने पर आने वाले आगन्तुक अपने साथ पुलिस द्वारा किये गये व्यवहार/समस्याओं के समाधान के सम्बन्ध में प्रविष्टि दर्ज कर पुलिस कार्य प्रणाली/कार्यवाही की रेटिंग दे सकेंगे.
इस मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ.अजयपाल का कहा है कि जनता जब थाने में आती है उनका अनुभव कैसा रहा और थाने में उसके साथ कैसा व्यवहार किया गया उसकी रेटिंग को जानने के लिए मशीन लगाए गयी है . जनता के फीडबैक के आधार पर ही अब पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही होगी. उनके तबादले भी जनता द्वारा दिए गए फीडबैक के आधार पर किये जायेंगे. साथ ही डॉ.अजयपाल का कहना है कि हमारा इस काम के पीछे मुख्य उद्देश्य जनता के प्रति पुलिस के व्यवहार को सुधारना है. अभी इस फीडबैक मशीन को ट्विटर से जोड़ा गया है आगे सभी सोशल नेटवर्किंग से भी जोड़ा जायेगा.
कहा है जा रहा है की जिस भी थाने में पुलिस का फीडबैक खराब पाया जायेगा अब उन पुलिस वालों खैर नहीं होगी. डॉ.अजयपाल ने जनता से सीधे जुड़ने के लिए एक और नए कदम की शुरुआत की है. अब मशीन के लग जाने के बाद सभी पुलिस थानों में जनता को FIR या अपनी शिकायत के लिए चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. कई बार देखा गया है कि आम आदमी पुलिस थाने में अपनी शिकायत दर्ज़ कराने के लिए कई दिन तक थानों के चक्कर काटता रहता है लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं होती है. अब ऐसा ना होने पर वह आदमी भी पुलिस की शिकायक कर सकता है.