बुधवार को ट्रेड यूनियनों की ओर से बुलाए गए बंद का दूसरा दिन है. पहले दिन यानी 8 जनवरी को देश भर में बंद का मिला जुला असर देखने को मिला. पश्चिम बंगाल में छिटपुट घटनाएं हुईं, जबकि मुंबई में सार्वजनिक परिवहन की बसें सड़कों से दूर रहीं. दूसरी तरफ बैंकों का कामकाज आंशिक रूप से प्रभावित हुआ.
बुधवार सुबह कोलकाता में माकपा कार्यकर्ता सड़कों पर उतर गए. पुलिस ने माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती सहित कई काडरों को हिरासत में ले लिया. इससे पहले मंगलवार को माकपा कार्यकर्ताओं ने परिवहन सेवा ठप करने की कोशिश की लेकिन सरकार की सख्ती के कारण ऐसा न हो सका. मंगलवार सुबह कोलकाता-जाधवपुर बस स्टैंड में ड्राइवरों को हेलमेट पहनकर बस चलाते देखा गया क्योंकि प्रदेश सरकार ने किसी भी अनहोनी से बचने के लिए ड्राइवरों से सुरक्षित चलने की अपील की है
मंगलवार को मुंबई में सार्वजनिक परिवहन सेवा बेस्ट के 32,000 से अधिक कर्मचारी मंगलवार को वेतन वृद्धि की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए. उनकी यह हड़ताल ट्रेड यूनियनों की हड़ताल के दिन ही शुरू हुई. इससे करीब 25 लाख दैनिक यात्री प्रभावित हुए.
दो प्रमुख बैंक यूनियनों आल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन (एआईबीईए) तथा बैंक एम्पलाइज फेडरेशन आफ इंडिया (बीईएफआई) ने हड़ताल का समर्थन किया है. हड़ताल से उन बैंकों का परिचालन प्रभावित हुआ है जहां इन दोनों यूनियनों का ज्यादा प्रभाव है.
उधर केरल में मंगलवार को हड़ताल लगभग पूरी तरह सफल रही और अब तक शांतिपूर्ण रही है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थित बीएमएस ट्रेड यूनियन को छोड़कर अन्य सभी यूनियन विरोध कर रहे हैं और न्यूनतम मजदूरी बढ़ाकर 18,000 रुपए करने के अलावा न्यूनतम पेंशन वेतन बढ़ाकर 3,000 रुपए करने सहित अन्य मांगें पूरी किए जाने के लिए हड़ताल पर हैं