दिल्ली में दिवाली के बाद अगले दिन की भी शुरुआत गहरे धुंध और कोहरे से हुई. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी दिवाली में देर रात तक पटाखे छोड़े गए. गुरुवार को जारी एयर क्वॉलिटी इंडेक्स में दिल्ली की हवा ‘खतरनाक’ स्तर पर पहुंच गई है. शहर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए कोर्ट ने दिवाली पर आतिशबाजी पर सख्ती की थी. दिल्ली में कोर्ट ने ग्रीन पटाखे जलाने की इजाजत थी. लेकिन कल रात दिल्ली और इसके आसपास लोगों ने खूब पटाखे जलाए और आतिशाबाजी की. पहले ही गैस चैंबर बन चुकी दिल्ली की हवा को और जहरीली बना दिया है . दिल्ली-एनसीआर के आसमान में भयंकर धुंध छाए हुई हैं. इस वजह से सड़कों पर विजिबिलिटी भी काफी कम है. आलम यह है कि सुबह के नौ बजे अच्छी खासी धूप निकलने के बाद भी विजिबिलिटी का आलम बेहद खराब है. सड़कों पर 15-20 मिनट सांस लेने पर ही दम घुटने लग रहा है.
खबर के मुताबिक पूसा रोड, जवाहरलाल नेहरु स्टेडियम, पहाड़गंज, आनंद विहार और झीलमिल इलाके में भी प्रदूषण का स्तर आज सुबह बेहद खतरनाक स्थिति पर है. इन इलाकों में भी पीएम 2.5 और पीएम टेन की मात्रा 999 तक पहुंच गई है. आपको बता दें कि यह हवा की गुणवत्ता की ‘बेहद खतरनाक’ श्रेणी में आता है. आतिशबाजी के बाद इंडिया गेट, धौला कुआं और दिल्ली एयरपोर्ट के पास हवा में स्मॉग बढ़ गया जिसकी वजह से विजिबिलिटी कम हो गई. वहीं सुप्रीम कोर्ट से अधिकार प्राप्त पर्यावरण प्रदूषण (नियंत्रण एवं रोकथाम) प्राधिकरण (ईपीसीए) ने राष्ट्रीय राजधानी में ट्रकों के प्रवेश पर आठ नवंबर से लेकर 11 नवंबर तक प्रतिबंध लगा दिया है.