दिल्ली: सोमवार को दिल्ली पुलिस ने जेएनयू में कथित तौर पर लगे देशविरोधी नारे को लेकर कन्हैया और उमर खालिद सहित 10 लोगों के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दाखिल की. देशद्रोह और दंगा भड़काने के आरोपों की चार्जशीट दायर होने के बाद कन्हैया कुमार ने खुद को बेगुनाह बताया साथ ही प्रधानमंत्री को धन्यवाद भी कहा. मुताबिक के मुताबिक कन्हैया ने कहा कि मैं मोदी जी और पुलिस को धन्यवाद देता हूं. साथ ही मांग करता हूं कि इस मामले का स्पीडी ट्रायल हो. कन्हैया ने इस कदम को लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश करार दिया.
कन्हैया ने कहा कि इस मामले में सनी देओल की फिल्म की तरह तारीख पर तारीख न दी जाए. उन्होंने कहा कि कोर्ट में स्पीडी ट्रायल चलाया जाए और फैसला सुनाया जाए. उन्होंने कहा कि मैं निर्दोष हूं, मुझे देश की न्याय व्यवस्था पर पूरा विश्वास है. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार के पास कोई मुद्दा ही नहीं बचा है इसलिए वो ऐसे मामले को तूल दे रही है. केंद्र सरकार सिर्फ पाकिस्तान, मंदिर और हिंदू-मुसलमान की बात कर रही है. उन्होंने बताया है कि सरकार पूरी तरह डिप्रेशन के दौर में आ गई है और दोबारा सत्ता पाने के लिए वह किसी भी हद से गुजरने को तैयार है.
आपको बता दे कि दिल्ली पुलिस ने जेएनयू परिसर में नौ फरवरी 2016 को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर भारत विरोधी नारे लगाने के लिए पूर्व छात्रों उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य के खिलाफ भी आरोप पत्र दाखिल किया है. कार्यक्रम संसद हमला मामले के मास्टरमाइंड अफजल गुरू की फांसी की बरसी पर आयोजित किया गया था. जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और उमर खालिद के अलावा अनिर्बान भट्टाचार्य, आकिब हुसैन, मुजीब हुसैन, मुनीब हुसैन, उमर गुल, रईया रसूल, बशीर भट, बशरत को भी आरोपी बनाया गया है.