कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली के सिरी फोर्ट में देश के अलग-अलग हिस्सों के शिक्षाविदों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत पर तीखे हमले किया. राहुल गांधी ने कहा है कि ‘’अपने भाषण में मोहन भागवत ने कहा, ‘हम राष्ट्र को संगठित करने जा रहे हैं. “लेकिन वो देश को संगठित करने वाले कौन होते हैं? देश खुद अपने को संगठित करेगा. अगले कुछ महीनों में उनका सपना चकनाचूर हो जाएगा.
साथ ही राहुल गाँधी ने आरएसएस पर भी हमला बोलते हुआ कहा है कि “आरएसएस का जो पूरा आक्रमण है उसके पीछे वित्तीय फायदा बहुत बड़ा है। ये संस्थानों पर कब्जा करके पैसा बनाना चाहते हैं”. “हम आरएसएस द्वारा ‘सोने की चिड़िया’ पर कब्ज़ा करने की कोशिश के खिलाफ लड़ रहे हैं. शिक्षण संस्थान, सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग इन सभी पर धीरे-धीरे कब्जा किया जा रहा है”. राहुल गाँधी ने बीजेपी अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए भी कहा है कि “अमित शाह ने भारत के लिये कहा ‘ये सोने की चिड़िया है’, यानी वो भारत को एक प्रोडक्ट के तौर पर देखते हैं, ये आरएसएस और भाजपा का दृष्टिकोण है”.
राहुल गाँधी ने ऐसा मौके पर शिक्षाविदों से कहा है कि “हमारा घोषणा पत्र बन रहा है. एक प्रतिनिधिमंडल लेकर आप घोषणा पत्र बनाने वालों को साफ तौर पर बताईए कि आपकी क्या उम्मीदें हैं, आप क्या चाहते हैं?