पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और अमित शाह हुए आमने सामने, जानिए अब तक का पूरा मामला…

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान मंगलवार को महाबवाल के बाद बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह और राज्‍य की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी आमने-सामने आ गई हैं. शाह जहां दिल्‍ली में प्रेस कॉन्‍फ्रेंस किया है, वहीं ममता की पार्टी टीएमसी पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन कर रही है. टीएमसी ने कहा है कि वह चुनाव आयोग से इस हिंसा की शिकायत करेगी. इस बीच विद्यासागर कॉलेज में हुई हिंसा और प्रतिमा तोड़े जाने के सिलसिले में शाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. कोलकाता की घटना पर आज दिनभर चुनावी माहौल गरम रहने के आसार हैं. आइए जानते हैं, पल-पल के अपडेट…

मंगलवार की हिंसा के बाद बुधवार को टीएमसी ने कई विडियो जारी करके आरोप लगाया कि रोड शो के दौरान हुए पूरे बवाल के पीछे बीजेपी समर्थकों का हाथ था. उधर, बीजेपी ने भी कई विडियो जारी करके ममता बनर्जी पर पलटवार किया है. बीजेपी ने कहा कि उसके कई नेताओं को टीएमसी ने अवैध रूप से हिरासत में रखा है. बीजेपी ने कहा कि प्रतिमा तोड़े जाने के पीछे टीएमसी का हाथ है.

इससे पहले शाह के रोड शो के दौरान मंगलवार रात को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता की सड़कें युद्ध का मैदान बन गईं. बीजेपी, तृणमूल कांग्रेस और वामदलों के समर्थकों के बीच जमकर बवाल हुआ. रोड शो के दौरान हुई पत्थरबाजी में बीजेपी के कई समर्थकों और पत्रकारों को चोटें आईं. जगह-जगह पुलिस और बीजेपी समर्थकों में झड़प भी हुई, जिसके चलते पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया गया. रोड शो में पत्थरबाजी और आगजनी ने बीजेपी और पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के बीच तनातनी को और बढ़ा दिया है.

इस घटना के बाद पश्चिम बंगाल और दिल्ली का सियासी पारा और गरम हो गया है. BJP राजधानी दिल्ली में जंतर-मंतर पर घटना के विरोध में प्रदर्शन करेगी. उधर शाह भी मीडिया से बात करेंगे. उन्‍होंने मंगलवार को कहा था कि BJP के रोड शो को कोलकाता में जिस तरह का रेस्पॉन्स मिला, उससे TMC के गुंडे खिसिया गए और हमला कर दिया. उन्होंने ममता बनर्जी की पार्टी पर हिंसा का आरोप लगाते हुए निंदा की और लोगों से अपील की कि वे इस हिंसा का जवाब आखिरी चरण के चुनाव में अपने वोट से दें.

प्रतिमा तोड़े जाने पर भड़कीं ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल के चर्चित समाज सुधारक ईश्‍वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़े जाने पर ममता बनर्जी ने बीजेपी पर निशाना साधा. उन्‍होंने कहा कि भगवा पार्टी को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. ममता ने कहा, ‘यह पूरी तरह से दुर्भाग्‍यपूर्ण है. यह कॉलेज पर पूरी तरह से सुनियोजित हमला है. बीजेपी को विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ने की इंच दर इंच कीमत चुकानी पड़ेगी’ बाद में कलकत्‍ता यूनिवर्सिटी पहुंचने पर ममता बनर्जी ने कहा, ‘इस अपमान को मैं सहन नहीं करूंगी. कुछ नहीं करने के अपमान में जीने से अच्‍छा मर जाना है. इस तरह की घटनाएं नक्‍सली आंदोलन के दौरान भी नहीं हुई थी. हम उन्‍हें नहीं छोड़ेंगे’

विद्यासागर की प्रतिमा तोड़े जाने पर बीजेपी का पलटवार
इस बीच बीजेपी ने भी ईश्‍वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़े जाने पर पलटवार किया है. बीजेपी के सोशल मीडिया हेड अमित मालवीय ने एक विडियो ट्वीट कर कहा, ‘विद्यासागर की मूर्ति कॉलेज के एक कमरे में ग्‍लास चेंबर के अंदर रखी थी लेकिन ममता बनर्जी ने टूटी हुई मूर्ति का निरीक्षण किया जो सुव्‍यवस्थित तरीके से उनके और मीडिया के लिए बाहर रखी गई थी. सवाल यह है कि वह घटनास्‍थल पर क्‍यों नहीं गईं?’ मालवीय ने आरोप लगाया कि विद्यासागर की प्रतिमा को टीएमसी के छात्रसंघ के नेताओं ने तोड़ा है.

अमित मालवीय ने एक अन्‍य ट्वीट में आरोप लगाया कि इस हिंसा के बाद ममता बनर्जी के निर्देश पर मध्‍य रात्रि में कोलकाता के कई बीजेपी नेताओं को अरेस्‍ट कर लिया गया है. इस दौरान गिरफ्तार करने की उचित प्रक्रिया का भी पालन नहीं किया गया. तजिंदर पाल सिंह बग्‍गा समेत कई नेता टीएमसी के अवैध हिरासत में हैं. मालवीय ने कहा कि बीजेपी अध्‍यक्ष की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने दंगा रोकने के लिए जरूरी सामान लिए हुए थे और उसी समय टीएमसी के गुंडों ने सामान फेंका. यह ममता बनर्जी प्रशासन की ओर से शाह की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों को जानबूझकर भेजा गया निर्देश था.

CEC से मिलेंगे TMC नेता
उधर, TMC ने हिंसा का आरोप BJP पर लगाया है. उनका आरोप है कि BJP अपने साथ रोड शो में गुंडे लेकर आई थी. इसके खिलाफ पार्टी पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन करेगी. वहीं, डेरेक ओ ब्रायन समेत पार्टी के चार वरिष्ठ नेताओं का एक दल मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा से मिलेगा और घटना के बारे में शिकायत करेगा. इन दोनों दलों के अलावा लेफ्ट के दल भी कोलकाता में विरोध मार्च करेंगे. SDI, AISF, AISA और दूसरे लेफ्ट छात्र संगठन काला दिवस मनाएंगे. CPI(M) के सीनियर नेता सीताराम येचुरी और प्रकाश करात भी कोलकाता यूनिवर्सिटी में होने वाले इन प्रदर्शनों में शामिल होंगे.

रोडशो के दौरान डंडे फेंके जाने से शुरू हुई झड़प
बताया गया कि अमित शाह के रोडशो के दौरान ट्रक पर डंडे फेंके जाने से झड़प शुरू हो गई. इस रोडशो में जगह-जगह बीजेपी समर्थकों के साथ टीएमसी और लेफ्ट कार्यकर्ताओं से झड़प होती रही. खबर के मुताबिक, जब अमित शाह का रोडशो कॉलेज स्ट्रीट पर कलकत्ता यूनिवर्सिटी के बाहर से गुजरा तो बीजेपी और लेफ्ट पार्टियों के छात्र संगठनों के कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई शुरू हो गई. कई जगहों पर आगजनी भी की गई है, जिसके बाद पुलिस की टीमें आग बुझाने में लग गईं. रोडशो के दौरान बिगड़ी स्थिति के चलते विद्यासागर कॉलेज में बनी ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति भी तोड़ दी गई.

कॉलेज के हॉस्टल से शाह के काफिले पर पथराव
अधिकारियों ने बताया कि रोडशो के दौरान ही एक कॉलेज के हॉस्टल से अमित शाह के काफिले पर पथराव किया गया, जिसके बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उस बिल्डिंग का घेराव कर दिया और जवाबी हमला भी कर दिया और कॉलेज के बाहर आगजनी भी की. रोडशो से पहले मोदी और शाह के पोस्टर उतारे गए थे. बीजेपी के रोड शो से पहले पीएम मोदी और अमित शाह के पोस्टर उतारने का विडियो सामने आया था. इस घटना के बाद टीएमसी और बीजेपी समर्थकों के बीच भारी बवाल शुरू हो गया. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने इसे बंगाल में लोकतंत्र की हत्या करार दिया. बीजेपी का आरोप है कि सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग बीजेपी के खिलाफ किया जा रहा है.

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