औरंगाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मे मंगलवार को लोगों से पुलवामा के शहीदों के नाम वोट करने की भावुक अपील की. पीएम ने पहली बार मतदान करनेवाले मतदाताओं से अपना मत बालाकोट एयर स्ट्राइक और पुलवामा शहीदों के नाम करने का आग्रह किया. पीएम की इस अपील पर राजनीतिक विवाद भी शुरू हो गया है. अब आयोग ने इस पर रिपोर्ट तलब की है. हालांकि, कांग्रेस नेता और अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री के बयान और आयोग की कार्रवाई को लेकर सवाल उठा रहे हैं.
विपक्षी पार्टियों की शिकायत के बाद देर रात चुनाव आयोग ने इस पर ऐक्शन लिया. आयोग ने महाराष्ट्र के मुख्य चुनाव अधिकारी से इस रैली की रिपोर्ट तलब की है. विपक्षी पार्टियों ने एयर स्ट्राइक और शहादत का चुनावी फायदे के लिए राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया. कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियों ने बयान के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी.
कांग्रेस ने उठाए पीएम की नीयत पर सवाल
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पीएम मोदी के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री पहली बार मतदान करनेवाले युवाओं को बेवकूफ समझते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने चुनाव आयोग की कार्रवाई नहीं करने पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘हर कोई जानता है कि प्रधानमंत्री मोदी ऐसा कर रहे हैं. यह दुखद है कि चुनाव आयोग इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा’
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महबूबा ने भी पीएम के बयान पर बोला हमला
जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने भी चुनाव आयोग के नोटिस भेजने पर सवाल उठाए. सीपीएम के नीलोत्पल बसु ने बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनाव आयोग को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. भविष्य में चुनाव प्रचार को ध्रुवीकरण की दिशा में रोकने के लिए यह जरूरी है.
क्या कहा था पीएम ने बयान में
औरंगाबाद में पहली बार मतदान करनेवाले युवा वोटरों से पीएम ने अपील की थी. पीएम ने कहा था, ‘जब आप पहली बार अपनी सैलरी कमाते हो तो आम तौर पर आप इसे अपने लिए नहीं रखते. आप इसे किसी को समर्पित करना चाहते हैं मां को या बहन को. क्या आप अपना पहला मतदान एयर स्ट्राइक या पुलवामा के शहीदों, पक्का घर या पीने के लिए स्वच्छ पानी को दे सकते हैं’ पीएम ने पहली बार मतदान करने वाले युवाओं से लातूर रैली में यह भी कहा था कि अगर आपने कमल पर या धनुष पर बटन दबाया तो आप आप गर्व से कह सकेंगे कि आपका वोट सीधे-सीधे मोदी को जाएगा.