प्रधानमंत्री मोदी से हुए देश से जुड़े मुद्दों पर तीखे सवाल, किन किन सवालों का जवाब मोदी ने दिया और किस सवाल से बचे-आइये जानते है..

दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए साल 2019 की शुरुआत ANI को साक्षात्कार देकर की. यह इंटरव्यू पूरी मीडिया जगत में लाइव दिखाया गया. तकरीबन 95 मिनट के इस इंटरव्यू में देश के कई मुद्दों पर सवाल जवाब किये गए. इस दौरान पीएम मोदी कई मुद्दों पर अपनी राय रखी. उन्‍होंने देशवासियों को नए वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए नए साल के पहले इंटरव्‍यू में बहुत से विषयों पर बातचीत की. प्रधानमंत्री ने 2018 को बहुत ही सफल वर्ष बताया है. आइये जानते कुछ मुख्य बाते जो मोदी ने इस दौरान कही. #Narendramodi #Modi

राम मंदिर का मामला: प्रधानमंत्री मोदी ने साफ किया कि राम मंदिर पर अध्यादेश पर तभी विचार किया जाएगा जब न्यायिक प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि न्यायिक प्रक्रिया इसलिए धीमी है क्योंकि कांग्रेस के वकील सुप्रीम कोर्ट में बाधा खड़ी कर रहे हैं. हमने अपनी पार्टी के घोषणा पत्र में कहा है कि इस मुद्दे पर संविधान के दायरे में हल निकलने का प्रयास किया जाएगा.

नोटबंदी का मुद्दा : नोटबंदी के दो साल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे लेकर उठ रहे सवालों पर सफाई दी है. प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी को झटका मानने से इनकार करते हुए कहा है कि हमने काला धन जमा करने वालों को एक साल पहले ही चेता दिया था कि अगर उनके पास अवैध रूप से धन जमा है तो वे जुर्माना देकर उसे जमा कर सकते हैं और माफी पा सकते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि हमने लोगों को पहले ही आगाह किया हुआ था. लेकिन लोगों को लगा कि मोदी भी दूसरे नेताओं की तरह ही हैं इसलिए बहुत कम लोग ही स्वैच्छिक रूप से अपने जमा पैसों का खुलासा करने आगे आए.

GST मामला : पीएम मोदी ने जीएसटी पर कहा है कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी जब वित्त मंत्री हुआ करते थे तबसे जीएसटी की चर्चा हो रही थी. जीएसटी संसद में सर्वसहमति से पास हुआ था. जीएसटी के बाद से देश में टैक्स देने वालों की संख्या बढ़ी है. इस दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस अध्य़क्ष राहुल गांधी की तरफ से जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स बताने पर कहा कि मैं इन बातों पर ध्यान नहीं देता. जिसकी जैसी सोच उसके वैसे शब्द होते हैं.” पीएम मोदी ने कहा, ”हमारे देश में 30 से 40 फीसदी टैक्स वाली चीजें थीं, लेकिन अब उनपर कोई टैक्स नहीं लगता है. जीएसटी की वजह से समान सस्ते हुए हैं.”

पांच राज्यों में मिली हार का मुद्दा: पीएम मोदी ने हाल ही में पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में मिली हार पर कहा है सिर्फ हार या जीत मापदंड नहीं होता है. पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया है. पीएम मोदी ने कहा, ”राजस्थान और मध्य प्रदेश में त्रिशंकु विधानसभा बनी है.” उन्होंने कहा, ”अगर मोदी मैजिक खत्म हुआ है तो मतलब लोग मान रहे हैं कि मोदी मैजिक था.” पीएम ने आगे कहा, ”लहर सिर्फ जनता की आस्था और आकांक्षा की होती है.” पीएम मोदी ने कहा, ”बीजेपी मोदी या अमित शाह से नहीं बल्कि पोलिंग बूथ से बनी है. राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में भी लोगों का प्यार बीजेपी को मिला है.” पीएम मोदी ने कहा, ”2019 में गठबंधन पर बड़ी बड़ी बातें की जा रही हैं. विपक्ष सीटों का हिसाब नहीं करेगा तो गठबंधन कैसे बनेगा.” पीएम मोदी ने कहा कि साल 2019 का चुनाव जनता बनाम गठबंधन होगा. मोदी जनता के प्यार और आशीर्वाद की अभिव्यक्ति हैं.

RBI के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल के इस्तीफे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार बयान दिया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि उर्जित पटेल ने निजी वजहों से अपनी इच्छा से इस्तीफा दिया था, वह 6-7 महीने पहले से इस बारे में मुझसे कह रहे थे. आपको बता दें कि आरबीआई के गवर्नर उर्जित पटेल ने 10 दिसंबर को अचानक इस्तीफा दे दिया. इस्तीफे के पीछे उन्होंने निजी कारणों को जिम्मेदार बताया.

कांग्रेस मुक्त भारत के सवाल पर उन्होंने कहा, “मैंने पहले भी इस पर विस्तार से कहा है. कांग्रेस के लोग कहते हैं कि कांग्रेस एक सोच है. कांग्रेसी कल्चर में जातिवाद, भाई-भतीजावाद, भ्रष्टाचार शामिल है. मैं जब कांग्रेस मुक्त भारत कहता हूं तो इसका मतलब इन सबसे मुक्ति दिलाना है. कांग्रेस को भी इससे दूर होना होगा. ”

नीरव मोदी और माल्या का मामला: इस दौरान मोदी ने कहाः कि “भगोड़ों की संपत्ति भी जब्त की जा रही है. उन पर कठोर कार्रवाई की जा रही है. आज नहीं तो कल ये सब देश वापस लाए जाएंगे. उनकी विदेशों की संपत्ति जब्त की जा रही है.” कांग्रेस द्वारा जीएसटी को ‘गब्बर सिंह टैक्स’ प्रचारित किए जाने के मामले पर पीएम मोदी ने कहा कि जिसकी जैसी सोच होती है, वैसे ही शब्दों का चयन करता है.

किसान के कर्जमाफी के मुद्दे पर पीएम ने कहा, “कांग्रेस झूठ बोल रही है. सभी का कर्जा माफ नहीं किया गया, जैसा कि कांग्रेस दावा कर रही है. जिम्मेवार राजनीतिक दल को झूठ नहीं बोलना चाहिए. कर्जमाफी समाधान नहीं है. बार-बार कर्जमाफी के बावजूद व्यवस्था में ऐसी क्या खामी है, कि वह कर्ज के चक्र में फंस जाता है. इस पर विचार करना जरूरी है.”

पकिस्तान मुद्दा: पाकिस्तान एक युद्ध के आधार पर कभी नहीं सुधरेगा. उस राष्ट्र को सुधारने में अभी भी कुछ समय लगेगा. भारत के सभी पीएम, सभी पक्षों ने कभी भी पाकिस्तान के साथ बातचीत का विरोध नहीं किया. लेकिन, क्या हम बमों के बीच में कुछ भी सुन सकते हैं? आज, पाकिस्तान का समर्थन करने वाला आतंक अलग है.

सर्जिकल स्ट्राइक: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक में हमने बड़ा रिस्क लिया था. जिन जवानों को हमने सीमा के पार भेजा था उनके लौटने तक हमारी सांसें अटकी हुई थीं. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें बताया गया था कि हमारे जवान ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचाकर वापस लौट आएंगे लेकिन हमारी सांसें अटकी हुई थीं. पीएम ने कहा कि हमें यह भी बताया गया था कि सुबह होने के पहले जवान अपनी सीमा में होंगे लेकिन जब तक सारे जवान वापस नहीं लौट आए हमारी चिंता बनी हुई थी.

राफेल मुद्दा: राफेल पर मैंने संसद में और विभिन्न सार्वजनिक बैठकों में बात की है. भारतीय सर्वोच्च न्यायालय ने अपने विचार दिए हैं और फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने भी बात की है

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