शनिवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला तेज करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक में मसूद अजहर को भारतीय जेल से रिहा किए जाने को लेकर सवाल किया. राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री को देश की जनता को बताना चाहिए कि एनडीए सरकार ने तब जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को जेल से रिहा कर पाकिस्तान भेजने का फैसला क्यों लिया था.
बता दें कि पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए फिदायीन हमले की जिम्मेदारी जैश ने ली थी. 14 फरवरी को हुए इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे. साल 1999 में वाजपेयी सरकार ने आतंकियों द्वारा हाईजैक किए गए यात्री विमान को छुड़ाने के लिए मसूद अजहर को जेल से रिहा किया था. उस घटना का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि मसूद अजहर को पाकिस्तान वापस कैसे भेजा गया, उसे किसने और किस सरकार ने वापस भेजा था.’
उत्तर कर्नाटक में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘कुछ दिनों पहले पुलवामा में सीआरपीएफ के जवान मारे गए थे. मुझे प्रधानमंत्री से एक छोटा सा सवाल पूछना है. इन जवानों को किसने मारा? जैश-ए-मोहम्मद के सरगना का क्या नाम है?… मसूद अजहर.’
कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा, ‘क्या अब मुझे मोदी बताएंगे कि अजहर भारत की जेल से रिहा कर पाकिस्तान किसने भेजा? क्या बीजेपी सरकार ने उस व्यक्ति को पाकिस्तान नहीं भेजा? क्या आपने जसवंत सिंह (उस दौरान केंद्रीय मंत्री) और एनएसए अजीत डोभाल को उसी विमान में नहीं भेजा? क्या आप भूल गए कि आपकी पार्टी की सरकार ने उसे भारत की जेल से निकालकर कंधार भेजा था?’
बता दें कि हाल ही में भारत ने पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी. इसे लेकर कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष केंद्र सरकार से सबूत मांग रहा है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां एक दूसरे पर इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगा रही हैं. हाल ही में पीएम मोदी ने विपक्षी नेताओं पर आरोप लगाया था कि वे पाकिस्तान के समर्थन में बात कर रहे हैं.