भारत ने न्यूजीलैंड को दूसरे टी-20 मैच में सात विकेट से हरा दिया है. इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने न सिर्फ वेलिंग्टन टी-20 का बदला लिया बल्कि तीन मैच की सीरीज में 1-1 से बराबरी भी कर ली. अब तीसरा और निर्णायक मुकाबला 10 फरवरी दिन रविवार को हेमिल्टन में खेला जाएगा. ऑकलैंड में खेले गये टी20 सीरीज़ के दूसरे और सबसे अहम मुकाबले में मेज़बान टीम ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारत के सामने 159 रनों का लक्ष्य रखा.
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी के लिए उतरी किवी टीम की शुरुआत उनके मुताबिक नहीं हुआ. सबसे पहले भुवनेश्वर ने उनके स्टार ओपनर टिम सीफर्ट(12 रन) को जल्द ही चलता कर दिया.
इसके बाद तो पावरप्ले में मानो किवी टीम की हालत पतली हो गई. मैच में एक वक्त ऐसा भी था जब लगने लगा था कि किवी टीम शायद ही पूरे ओवर भी खेल पाए. भारत के लिए आज स्पिनर क्रुणाल पांड्या ने पावरप्ले में ऐसी गेंदबाज़ी की कि मानो न्यूज़ीलैंड टीम चारों खाने चित हो गई. उन्होंने महज़ 9 गेंदों के अंदर किवी टीम के तीन अहम बल्लेबाज़ों को आउट कर भारत को मैच में शानदार शुरुआत दिला दी.
41 के स्कोर पर कॉलिन मुनरो के रूप में(12 रन) दूसरा विकेट गिरने के बाद से 50 का स्कोर आते-आते मेज़बान टीम के चार बल्लेबाज़ पवेलियन लौट चुके थे. मुनरो के बाद मिशेल(1 रन) और फिर विलियमसन(20 रन) भी आउट होकर चलते बने. लेकिन आठवें ओवर तक 4 विकेट गिरने के बाद अनुभवी रॉस टेलर और विस्फोटक ऑल-आउंडर कॉलिन डी ग्रैंडहोम ने टीम को संभाला और 100 रनों के पार ले गए. इस दौरान ग्रैंडहोम अपने शॉट्स खेलते रहे. उन्होंने 127 के स्कोर पर आउट होने से पहले 28 गेंदों में 4 छक्के और एक चौका लगाया.
क्रुणाल पांड्या ने सर्वाधिक 3, खलील अहमद ने 2 तो हार्दिक पांड्या और भुवनेश्वक कुमार को 1-1 विकेट मिले. न्यूजीलैंड की ओर से कॉलिन डी ग्रांडहोम ने सर्वाधिक 50 रन की पारी खेली। रॉस टेलर ने 42 रन बनाए. भारतीय टीम को तीन टी-20 मैच की सीरीज के पहले मुकाबले में 80 रन की हार मिली थी, जो कि उसकी इस फॉर्मेट में सबसे बड़ी हार है.