शनिवार को बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह में बच्चियों के साथ हुए बलात्कार के ख़िलाफ वामदल और राष्ट्रीय जनता दल के नेताओ के साथ कई विपक्षी दलों ने जंतर मंतर पर नितीश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल भी इस विरोध में शामिल हुए.
इस मौके पर मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने मांग की है कि सारे मामले की जाँच तीन महीने के भीतर की जाए और दोषियों को फांसी की सजा दी जाए. साथ ही उन्होंने नितीश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि अपराधी किसी भी पार्टी के कितने बड़े नेता क्यों न हों उन्हें सजा मिलनी चाहिए और जो लोग बच्चियों के साथ हुए बलात्कार के अपराधियों को बचाने में लगे हैं वे उनसे भी बड़े दोषी हैं.
आपको बता दे कि मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह में 34 बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न और बलात्कार से जुड़ा मामला है, इस मामले का मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर बालिका गृह में रह रही लड़कियों का लंबे समय से शारीरिक, मानसिक और यौन शोषण कर रहा था. मामला सामने आने के बाद पुलिस ने बताया था कि बालिका गृह में बच्चियों को नशीली दवा एवं इंजेक्शन देकर यौन शोषण किया जाता था। हैवानियत की हद तब पार हुई जब इस बालिका गृह में सात साल की बच्ची के साथ बलात्कार होने की खबर सामने आयी.
ब्रजेश ठाकुर की राज्य के रसूख़दार लोगों में पकड़ होने के कारण ही पुलिस की निगाह से बचता रहा था. बाद में मीडिया और जनता के बढ़ते दबाव को देखते हुए उसे गिरफ़्तार किया गया.