बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर बालिकागृह में बच्चियों के साथ हुए बलात्कार के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए नितीश और केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। आपको बता दे कि मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह में 34 बच्चियों के यौन उत्पीड़न का मामला सामने आने के बाद देश भर में इसका विरोध हुआ.
वही गुरुवार को मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह में बच्चियों के साथ हुए बलात्कार के ख़िलाफ वामदल और राष्ट्रीय जनता दल ने नितीश सरकार से इस्तीफे की मांग करते हुए बिहार बंद रखा.
पुलिस के मुताबिक बालिका गृह में बच्चियों को नशीली दवा एवं इंजेक्शन देकर यौन शोषण किया जाता था। हैवानियत की हद तब पार हुई जब इस बालिका ग्रह में सात साल की बच्ची के साथ बलात्कार होने की खबर सामने आयी. इस मामले का मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर बालिका गृह में रह रही लड़कियों का लंबे समय से शारीरिक, मानसिक और यौन शोषण कर रहा था.
ब्रजेश ठाकुर हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू में प्रकाशित होने वाले तीन अखबारों का मालिक है और अपने घर से ही बालिका ग्रह चला रहा था. ब्रजेश ठाकुर की राज्य के रसूख़दार लोगों में पकड़ होने के कारण ही अब तक पुलिस की निगाह से बचता रहा था.
ब्रजेश ठाकुर पर यह भी आरोप है की वह सरकार से अपने अखबार की रोज़ 300 प्रतियां की जगह 60,000 प्रतियां बताकर सालाना विज्ञापन के 30 लाख लेता था.