सतलोक आश्रम बरवाला के संचालक रामपाल को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. मंगलवार दोपहर फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने रामपाल को ‘मरते दम तक जेल’ में रहने की राजा दी है. रामपाल को 4 महिलाओं और एक बच्चे की हत्या के आरोप में दोषी पाया गया था. उसके 14 अन्य अनुयायियों को भी उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. साथ ही सभी पर 1-1 लाख रुपये को जुर्माना भी लगाया गया है. 2014 में हिसार के बरवाला में हुई हिंसा के बाद रामपाल को गिरफ्तार किया गया था. बीते 11 अक्टबर को कोर्ट ने दो मामले में रामपाल और उसके साथ के लोगों को दोषी करार दिया था. 17 अक्टूबर यानि कल 430 नंबर एफआईआर में फैसला आएगा
क्या था मामला”
जिन मामलों में रामपाल को सजा सुनाई गई है, उनमें पहला केस महिला भक्त की संदिग्ध मौत का है, जिसकी लाश उनके सतलोक आश्रम से 18 नवंबर 2014 को बरामद की गई थी. जबकि दूसरा मामला उस हिंसा से जुड़ा है जिसमें रामपाल के भक्त पुलिस के साथ भिड़ गये थे. इस दौरान करीब 10 दिन चली हिंसा में 4 महिलाएं और 1 बच्चे की मौत हो गई थी. 67 वर्षीय रामपाल और उसके अनुयायी नवम्बर, 2014 में गिरफ्तारी के बाद से जेल में बंद थे. रामपाल और उसके अनुयायियों के खिलाफ बरवाला पुलिस थाने में 19 नवम्बर, 2014 को दो मामले दर्ज किये गये थे.