दिल्ली: लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी, जिसे सीडब्ल्यूसी ने खारिज कर दिया था. बावजूद इसके राहुल गांधी के इस्तीफे को लेकर असमंजस अभी भी बरकरार है. कांग्रेस आधिकारिक तौर पर बता रही है राहुल गांधी अध्यक्ष पद पर अभी भी बने हुए हैं. हालांकि संकेत यही है राहुल पद छोड़ने को लेकर गंभीर हैं.
राहुल गांधी ने सीडब्ल्यूसी की बैठक में कह दिया था, ‘’इस मसले पर वह कोई चर्चा नहीं चाहते. सीडब्ल्यूसी नया कांग्रेस अध्यक्ष चुने जो गांधी परिवार से बाहर का हो.’’ राहुल पार्टी की विचारधारा के लिए काम करना चाहते हैं. उन्हें लगता है कि पार्टी अध्यक्ष के तौर पर होने वाली जिम्मेदारियों के कारण वो विचारधारा की मजबूती के लिए पूरी तरह से काम नहीं कर पा रहे.
दरअसल, लोकसभा चुनाव में टीएमसी के खराब प्रदर्शन के बाद ममता के काउंसलर, उनके विधायकों को भी अब दीदी के तिलिस्म और उनके जादू पर भरोसा नहीं है. मोदी के 40 विधायकों वाली बात सच हो गई, तो बंगाल में ममता की पहाड़ जैसी मजबूत साख, राख में बदल जाएगी.