मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने वंदे मातरम के मुद्दे पर पलटी मार ली है.राज्य के सूचना जनसंपर्क विभाग ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. जनसंपर्क एमपी ने ट्वीट करके बताया अब नए तरीके से राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत गायन होगा. ट्वीट के मुताबिक, भोपाल में अब आकर्षक स्वरूप में पुलिस बैंड और आम लोगों की सहभागिता के साथ वंदे मातरम् का गायन होगा. हर महीने के प्रथम कार्यदिवस पर सुबह 10:45 बजे पुलिस बैंड राष्ट्र भावना जागृत करने वाले धुन बजाते हुए शौर्य स्मारक से वल्लभ भवन तक मार्च करेंगे. वल्लभ भवन परिसर में पहुंचने पर राष्ट्र गान ‘जन गण मन’ और राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ गाया जायेगा. इस कार्यक्रम को आकर्षक बनाकर आम लोगों को इसमें भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा.
बता दें कि नई सरकार आने के बाद वंदे मातरम के गायन को बंद करा दिया गया था. जिसके बाद सियासी संग्राम शुरू हो गया था. साल 2005 से ही हर माह के पहले कार्यदिवस पर मंत्रालयों में वंदे मातरम गाया जाता है. मंत्रालय के कर्मचारी पार्क में इकट्ठा होते थे और मिलकर ‘वंदे मातरम’ का गायन करते थे. वंदे मातरम बंद कराने के फैसले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सवाल उठाये थे.
कांग्रेस मध्य प्रदेश में 15 साल बाद सत्ता में लौटी है और कमलनाथ मुख्यमंत्री बने हैं. कांग्रेस ने सूबे में सरकारी कैंपस में लगने वाले आरएसएस की शाखा को भी बंद करने की भी बात कही है. कांग्रेस का कहना है कि सरकारी अधिकारी भी आरएसएस के कार्यक्रम में भाग नहीं ले पाएंगे.