लखनऊ में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व बसपा सुप्रीमो मायावती की हो रही संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में मायावती ने कहा कि ये ऐतिहासिक प्रेस कांफ्रेंस भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दोनों गुरू-चेले की नींद उड़ाने वाली है. खास बात यह है कि सपा-बसपा के गठबंधन के एलान के लिए साझा प्रेस कांफ्रेंस उसी जगह होने जा रही है जहां 2017 के विधानसभा चुनाव के लिए राहुल गांधी व अखिलेश यादव ने साझा प्रेस कांफ्रेंस करके गठबंधन की घोषणा की थी.
राष्ट्रीय लोकदल के किसी नेता के कल की प्रेस कांफ्रेंस में शामिल होने के बारे में अभी कोई सूचना नहीं है. पर, चौधरी अजित सिंह और उनके पुत्र जयंत के रुख से रालोद का भी इस गठबंधन में रहना तय माना जा रहा है. पहले गठबंधन की औपचारिक घोषणा 15 जनवरी को बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव के जन्मदिन के मौके पर होनी थी. पर, उसी दिन कुंभ का पहला और महत्वपूर्ण स्नान है शायद इसीलिए गठबंधन की औपचारिक घोषणा की तारीख बदली गई. इसके पीछे मंशा यह भी है कि गठबंधन की घोषणा को मीडिया में पूरा महत्व और स्थान मिले तथा इसकी चर्चा भी हो सके. उम्मीद है कि कल की घोषणा में यह भी साफ हो जाएगा कि कौन कितनी सीटों पर लड़ेगा और रालोद को इस गठबंधन में कितनी सीटों की हिस्सेदारी मिलेगी.