सोमवार को केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने राजा नाहर सिंह क्रिकेट स्टेडियम में भारत और श्रीलंका के बीच दिव्यांगजनों के 20 -20 क्रिकेट सीरीज के फाइनल मैच देखने पहुँचे. भारतीय दिव्यांगजनों की टीम ने यह सीरीज श्री लंका से 5-0 से जीत ली है. नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड हरियाणा स्टेट ब्रांच द्वारा किये जा रहे इस मैच के माध्यम से कृष्णपाल गुज्जर ने कहा है कि सरकार खेलों को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है, ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक विजेता को सरकार द्वारा 6 करोड रुपए, रजत रजत पदक विजेता को 4 करोड़ रुपए, कांस्य पदक विजेता को ढाई करोड़ रुपए तथा इन खेलों में प्रतिभागी प्रत्येक खिलाड़ी को 15 लाख रूपये की धनराशि सरकार द्वारा मुहैया करवाई जाती है. साथ ही कॉमनवेल्थ खेलों में स्वर्ण पदक विजेता को डेढ करोड़ रुपए, रजत पदक विजेता को 75 लाख रुपए ,कांस्य पदक विजेता को ५० लाख तथा प्रतिभागी खिलाड़ी को साढ़े सात लाख रुपए की धनराशि सरकार द्वारा प्रदान की जाती है.
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि हरियाणा में खेल एवं शारीरिक उपयुक्ता प्राधिकरण का गठन किया गया है. इतना ही नहीं राज्य में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी की भर्तियों में खिलाड़ियों के लिए आरक्षण दिया जा रहा है. खिलाड़ियों को आधुनिक एवं तकनीकी स्तर के खेल के मैदान मैदानों की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हरियाणा स्पोर्ट्स एंड फिजिकल अथॉरिटी का गठन किया गया है.
आपको बता दें कि दोनों देशों के बीच खेले गए इस मैच के दौरान कृष्णपाल गुज्जर ने भी क्रिकेट में अपना हाथ आजमाते हुए बल्ले से गेंद को मारते हुए गेंद को पाले से बाहर करने की कोशिश भी की. कृष्णपाल गुज्जर के हाथो में बल्ला देख यही लग रहा था की आज भी फरीदाबाद जिले की कमान उन्ही के हाथों में लग रही है.