चंडीगढ़: पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के बालाकोट में भारतीय वायुसेना की ओर से की गई एयर स्ट्राइक पर पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है. सिद्धू ने सवाल करते हुए पूछा है कि आप आतंकियों को हटा रहे थे या पेड़ों को?
पंजाब के कैबिनेट मंत्री ने किया मोदी से सवाल ने ट्वीट करते हुए पूछा, ‘300 आतंकवादी मारे गए. हां या ना? तो इसका उद्धेश्य क्या था? आपने आतंकियों को उखाड़ा था या पेड़ों को? क्या यह एक चुनावी पैंतरा था?’ इतना ही नहीं सिद्धू ने सेना का राजनीतिकरण बंद करने की मांग की. सिद्धू ने कहा कि सेना को लेकर राजनीति बंद होनी चाहिए, सेना देश का सम्मान है. ट्वीट करते हुए सिद्धू ने ऊंची दुकान, फीका पकवान भी लिखा.
बता दें कि पुलवामा हमले के बाद सिद्धू ने विवादास्पद बयान दिया था. पाकिस्तान को लेकर सवाल पूछ जाने पर सिद्धू ने कहा था कि आतंकवाद का कोई देश, जाति और मजहब नहीं होता. इतना ही नहीं सिद्धू ने वायु सेना की कार्रवाई का एक वीडियो डालते हुए यह मुहावरा भी ट्वीट किया कि क्या मिलिए इन चेहरों से जिनकी फितरत छिपी रहे, नकली चेहरा सामने आए, असली सूरत छिपी रहे.
अमित शाह ने क्या कहा था
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पुलवामा हमले के तेरह दिन बाद पाकिस्तान में हुई एयर स्ट्राइक को लेकर बड़ा बयान दिया. अमित शाह ने गुजरात के शहर अहमदाबाद में कहा कि इस एयर स्ट्राइक में 250 से ज्यादा आतंकी मारे गए. अमित शाह ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ममता-राहुल सस्ती राजनीति करने से बचें. अमित शाह ने कहा, ”पुलवामा हमले के सभी को लगा कि इस बार सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हो सकती, इस बार क्यो होगा? उस प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने 13वें दिन एयर स्ट्राइक की जिसमें 250 से ज्यादा आतंकी मारे गए.”
बीजेपी के मंत्री ने कहा- सरकार ने नहीं किया 300 आतंकियों के मारे जाने का दावा
मोदी सरकार के मंत्री एस एस आहलुवालिया ने कहा है कि सरकार ने कभी नहीं कहा कि तीन सौ आतंकी मारे गए हैं. अहलुवालिया ने बंगाली में कहा, ”भारतीय मीडिया और सोशल मीडिया में मारे गए आतंकियों के अपुष्ट आंकड़े प्रसारित किए जा रहे थे. एयर स्ट्राइक के बाद मोदी जी ने राजस्थान के चुरू में रैली की. क्या मोदी जी ने कभी कहा कि स्ट्राइक में 300 लोग मारे गए? क्या बीजेपी के किसी प्रवक्ता ने कभी कहा कि स्ट्राइक में 300 लोग मारे गए. क्या अमित शाह ने कहीं ये कहा. हमले का उद्देशय संदेश मारना नहीं संदेश देना था, यह जरूरी था. हम नहीं चाहते थे कि किसी की जान जाए.”