पूरे देश में अगले साल शुरू होने वाली जनगणना इस बार हाईटेक होगी। आप चाहें तो घर बैठे अपने मकान और परिवार का ब्योरा ऑनलाइन भर सकेंगे। यह जनगणना महानिदेशालय द्वारा तैयार वेब पोर्टल के जरिये भरा जाएगा। जनगणना में इस बार आपको अपना मोबाइल नंबर भी दर्ज कराना होगा।
गणनाकार आपके घर पर तब तक आता रहेगा और पूछताछ करता रहेगा जब तक आप पोर्टल पर ऑनलाइन सारे सवालों के जवाब दर्ज नहीं कर देते। गणनाकार से वादा करके आप ऑनलाइन ब्योरा दर्ज करने से बच नहीं पाएंगे। जो लोग ऑनलाइन पोर्टल पर खुद ब्योरा दर्ज नहीं करना चाहते वह गणनाकार को सवालों के जवाब देंगे और आपके सामने ही गणनाकार या तो कागज की शीट पर या फिर स्मार्ट मोबाइल के एप पर आपके जवाब दर्ज करेगा।
एक अप्रैल 2020 से शुरू होगी जनगणना
वर्ष 2011 की ही तरह इस बार की जनगणना भी दो चरणों में होगी। पहला चरण अगले साल यानि वर्ष 2020 में एक अप्रैल से 30 सितंबर के बीच के डेढ़ महीनों में होगा। यह काम राज्य व केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों द्वारा उपलब्ध करवाये गए कर्मचारियों से कराया जाएगा। दूसरा चरण 2021 में 9 से 28 फरवरी के बीच होगा। 28 फरवरी की रात बेघरों की गणना होगी।
देने होंगे 62 सवालों के जवाब
पहले चरण में मकान सूचीकरण व मकानों की गणना से जुड़े 34 सवाल पूछे जाएंगे जबकि दूसरे चरण में आपके परिवार से जुड़े 28 सवाल पूछे जाएंगे। 2011 की जगणना में पहले चरण में 35 और दूसरे चरण में 29 सवाल पूछे गये थे।
एससी-एसटी का जुटाया जाएगा आंकड़ा
राजनीतिक दलों यहां तक की केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के सहयोगी दलों द्वारा भी बार-बार मांग किए जाने के बावजूद इस बार भी जाति से जुड़े आंकड़े संकलित नहीं किए जाएंगे। सिर्फ एससी-एसटी से जुड़े सवाल ही पूछे जाएंगे।
आपका धर्म पूछा जाएगा
आप किस धर्म में आस्था रखते हैं इस बाबत सवाल तो पूछा ही जाएगा। बताना होगा कि आप हिन्दू हैं या मुसलमान या सिख या ईसाई….। इस बार की जनगणना के सवालों के कालम में एक और बदलाव यह हुआ है- लिंग के कालम में ‘अन्य’ खत्म कर दिया गया है और उसकी जगह ‘तृतीय लिंग’ यानि थर्ड जेण्डर दर्ज किया गया है। इससे देश में किन्नरों के बाबत भी समुचित आंकड़े मिल सकेंगे।