जम्मू-कश्मीर मे जारी हलचल के बीच सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी कैबिनेट की अचानक मीटिंग होने वाली है। खास बात यह है कि मोदी मंत्रिमंडल की मीटिंग आम तौर पर बुधवार को होती है। लेकिन, इस बार सोमवार को ही संसद सत्र से पहले कैबिनेट मीटिंग होने जा रही है। सुबह 9:30 बजे बुलाई गई केंद्रीय मंत्रीमंडल की बैठक में क्या फैसला होगा, इसका बेसब्री से इंतजार होने लगा है। हालांकि, संभावना व्यक्त की जा रही है कि कल की कैबिनेट मीटिंग में चालू संसद सत्र को दो दिनों के लिए और बढ़ाने पर विचार हो सकता है।
उससे पहले आज शाम सात बजे बीजेपी के महासचिवों की बैठक बुलाई गई है। क्या इसका भी कल की कैबिनेट मीटिंग या फिर कश्मीर को लेकर लग रहे कयासों से कोई लेना-देना है? इसका कोई स्पष्ट जवाब ढूंढ पाना मुश्किल है।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में बड़ी संख्या में अतिरिक्त अर्ध-सैनिक बलों की तैनाती और एक के बाद अडवाइजरी जारी किए जाने से असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इसी परिप्रेक्ष्य में कश्मीर को विशेष अधिकार देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 और धरा 35 A को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। साथ ही, जम्मू-कश्मीर राज्य को जम्मू, कश्मीर और लद्दाख, कुल तीन भागों में विभक्त करने की भी अनौपचारिक चर्चा फिजाओं में गूंज रही है।
उधर, गृह मंत्री अमित शाह के कश्मीर दौरे की भी खबर आ रही है। कहा जा रहा है कि संसद सत्र खत्म होते ही वह तीन दिन के कश्मीर दौरे पर जाएंगे। संसद का सत्र 7 अगस्त तक चलने वाला है। यानी, गृह मंत्री का कश्मीर दौरा 8 से 10 अगस्त तक का हो सकता है। सूत्रों की मानें तो शाह का यह दौरा जम्मू-कश्मीर में बीजेपी के सदस्यता अभियान और राज्य में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर हो रहा है।
बीजेपी अध्यक्ष के नाते शाह अलग-अलग जिलों में पार्टी कार्यकर्ताओं की मीटिंग कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बाद में वह दो दिनों के जम्मू दौर पर भी जा सकते हैं।