सीबीआई के अतिरिक्त निदेशक प्रवीण सिन्हा ने बुधवार को खुद घटनास्थल पहुंचकर उन्नाव की रेप पीड़िता के साथ हुए सड़क हादसे की जांच की। उनके साथ आई टीम ने एक फिर दुर्घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। उधर, दुर्घटना करने वाली ट्रक के ड्राइवर आशीष पाल व क्लीनर मोहन का सीबीआई कार्यालय का लाई डिटेक्टर टेस्ट किया गया।
घटनास्थल पर अतिरिक्त निदेशक के साथ सीबीआई की संयुक्त निदेशक संपत मीणा, जिले की डीएम नेहा शर्मा व एसपी सुनील कुमार सिंह भी मौजूद रहे। सीबीआई टीम ने आस-पास रहने वाले उन आधा दर्जन लोगों के बयान फिर दर्ज किए, जिनके बयान पहले से रिकॉर्ड किए गए थे। जानकारी मिल रही है कि सीबीआई एक दो दिन में अपनी जांच आख्या अदालत में प्रस्तुत करने वाली है। सीबीआई और उसकी फॉरेंसिक टीम बुधवार को सुबह करीब साढे 10 बजे लालगंज-रायबरेली मार्ग पर सुल्तानपुर खेड़ा मोड़ पर पहुंची। गत 28 जुलाई को उन्नाव की रेप पीड़िता की कार यहीं दुर्घटनाग्रस्त हुई थी।
सीबीआई के अतिरिक्त निदेशक व संयुक्त निदेशक ने घटनास्थल के आसपास के उन लोगों को तलब किया, जिनके बयान पहले से सीबीआई टीम ने लिए हुए हैं। स्थानीय लोगों से दोबारा पूछताछ करके उन बयानों की प्रामाणिकता जांची गई। इसके साथ ही टीम ने घटनास्थल का गहनता से निरीक्षण किया। पहले से तैयार नक्शे आदि का भी प्रमाणीकरण किया। टीम लगभग एक घंटे तक मौके पर रही। अतिरिक्त निदेशक ने एसपी से घटनास्थल वाली जगह पर पिछले पांच वर्षों में हुए हादसों का ब्योरा तलब किया है। घटनास्थल एक अंधे मोड़ पर स्थित है, जहां पूर्व में भी हादसे हुए हैं। सीबीआई की एक अन्य टीम ने ट्रक ड्राइवर और क्लीनर का लाई डिटेक्टर टेस्ट करने के साथ ही दोनों के करीबियों व रिश्तेदारों से भी पूछताछ की।
इससे पहले मंगलवार को भी सीबीआई अधिकारियों ने करीब दो घंटे तक घटनास्थल पर रहकर मामले की तह तक जाने की कोशिश की थी। मौके पर जुटे पत्रकारों को टीम ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। मौके पर एसओ गुरुबख्शगंज राकेश कुमार सिंह के साथ चौकी प्रभारी भी मौजूद रहे।