ईद से पहले जम्मू-कश्मीर में अमन शांति कायम , घर-घर जरूरी सामान पहुंचाने में जुटा प्रशासन

श्रीनगर : ईद-उल-अजहा से ठीक पहले जम्मू कश्मीर सरकार लोगों को हर तरह की सहूलियत देने में जुटी हुई है। अनुच्छेद 370 हटने के पांच दिन बाद भी घाटी में माहौल शांतिपूर्ण बना हुआ है। जम्मू-कश्मीर के सिविल प्रशासन ने बताया कि कश्मीर डिविजन के अंतर्गत आने वाले 3697 राशन घाटों में से 3557 इस वक्त काम कर रहे हैं। 

प्रशासन ने बताया कि सरकारी वैन के जरिए लोगों के घरों तक सब्जियां, एलपीजी, चिकन, अंडे आदि पहुंचाए जा रहे हैं। प्रशासन ने एक बयान जारी कर कहा, ‘सरकार ने सभी जरूरी सामानों का स्टॉक जमा कर रखा है। सरकार के पास करीब 65 दिन चलने भर का गेहूं, 55 दिन चलने भर का चावल, 17 दिन तक का मटन, 1 महीने भर का चिकन, 35 दिन का केरोसिन ऑयल, 1 महीने की एलपीजी और 28 दिन का पेट्रोल-डीजल है।’

सिविल प्रशासन ने बयान में कहा कि ईद  के मद्देनजर करीब 300 टेलिफोन बूथ बनाए गए हैं, जिसके जरिए आम लोग अपने रिश्तेदारों से बात कर सकेंगे। अलीगढ़ और अन्य जगहों पर दिल्ली में मौजूद रेजिडेंट कमिश्नर के जरिए लाइजन ऑफिसर तैनात किए गए हैं, जो यहां रह रहे लोगों की कश्मीर घाटी में स्थित अपने परिवार से बात करवाने में मदद करेंगे। 

बता दें कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में अचानक काफी कुछ बदल गया है। विशेष दर्जा हटने के साथ ही राज्य अब केंद्र शासित प्रदेश हो गया है। सरकार का दावा है कि 370 हटने के बाद किसी भी तरह की कोई हिंसा नहीं हुई है और धीरे-धीरे हालात सामान्य हो रहे हैं। सरकार ने पूरी तैयारी की है कि अपना त्योहार ईद-उल-अजहा मनाने में लोगों को किसी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े। इसके लिए सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि लोगों को पारंपरिक तरीके से त्योहार मनाने का माहौल दिया जाए। 

उधर राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राज्य के लोगों को ईद की मुबारकबाद दी है। राजभवन से जारी बयान के मुताबिक, राज्यपाल ने लोगों को ईद की मुबारकबाद देते हुए उनकी प्रगति की कामना की है। 

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