डिस्कवरी चैनल के प्रोग्राम ‘मैन वसेर्ज वाइल्ड’ में प्रधानमंत्री ने खोले अपने जीवन के कई राज

डिस्कवरी चैनल के प्रसिद्ध प्रोग्राम ‘मैन वसेर्ज वाइल्ड’ का ताजा एपिसोड 180 देशों के लोगों के लिए काफी दिलचस्प रहा जिसमें इस एपिसोड के सुपरस्टार बेयर ग्रिल्स के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नजर आए। इस प्रोग्राम में पीएम मोदी बियर ग्रिल्स के साथ मिलकर नदी के ठंडे पानी में जुगाड़ से बनी नाव पर सवारी की और इस एडवेंचर के माध्यम से प्रकृति संरक्षण जैसे मुद्दों को आगे बढ़ाया। डिस्कवरी चैनल के ‘मैन वर्सेस वाइल्ड विद बियर ग्रिल्स एंड प्राइम मिनिस्टर मोदी में दोनों ने उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान के जंगलों में ठंड और बारिश की मार झेली। ग्रिल्स का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी बेहद ऊर्जावान और उत्साही हैं। प्रधानमंत्री ने बेयर ग्रिल्स को बताया कि जब वह 17-18 साल के थे, तभी उन्होंने घर छोड़ दिया था। वह दुनिया को समझना चाहते थे। उन्होंने कहा,“मुझे प्रकृति पसंद थी इसलिए हिमालय में गया। वहां के लोगों के साथ काफी वक्त बिताया और कई बड़े तपस्वियों से मिलना हुआ। ऐसे लोगों के साथ रहा जो कम से कम स्त्रोतों में अपना जीवन गुजारते हैं।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बेयर ग्रिल्स ने फरवरी माह में मैन वर्सेस वाइल्ड शो की शूटिंग की थी। जिसका प्रसारण सोमवार रात नौ बजे डिस्कवरी चैनल पर किया गया। प्रधानमंत्री कार्यालय और प्रसारणकर्ता का कहना है कि इस शो से जो भी राशि प्राप्त होगी उसे राष्ट्र से जुड़े कार्यों के लिए दान किया जाएगा।

अधिकारियों के मुताबिक, चैनल भारत में वन्यजीव संरक्षण का समर्थन कर रहा है। डिस्कवरी के प्रवक्ता का कहना है, “आय का इस्तेमाल संरक्षण के लिए होगा। हम पीएमओ के साथ इस बात का पता लगा रहे हैं कि इसका इस्तेमाल बाघ संरक्षण, प्रधानमंत्री राहत कोष या फिर नमामि गंगे में से किसमें किया जाए।” 

बता दें इस शो की शूटिंग उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में हुई थी। जहां कम से कम 250 बाघ हैं। वन अधिकारियों के अनुसार, नवीनतम राष्ट्रीय बाघ गणना पर अनुमान लगाया गया, जिसके अनुसार राज्य में बड़ी बिल्लियों की संख्या 2018 में बढ़कर 442 हो गई, जो 2010 में 340 थी। हाल के आंकड़े बतातें है कि कुल मिलाकर भारत में 2,987 बाघ हैं, ये संख्या 2014 में 2,226 थी। इस शो को 165 देशों में प्रसारित किया गया है।

शो के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और ग्रिल्स के बीच दिलचस्प बातें हुईं। किसी बाघ या जानवर से बचने के लिए भाला बनाते वक्त दोनों के बीच बातचीत होती रही। तब मोदी ने कहा- ऊपर वाले के भरोसे छोड़ दीजिए, कोई दिक्कत नहीं होगी। इसी दौरान उन्होंने कहा, जब मैं युवावस्था में था तब मैं हिमालय में चला गया, प्रकृति से प्रेम था, काफी समय वहां बिताया। 9- मोदी ने कहा कि उनकी आस्था उन्हें किसी की जान लेने की इजाजत नहीं देती है, लेकिन वह अपने मेजबान के लिए भाला पकड़ने को तैयार हैं। मोदी ने कहा, ”आपको कभी भी प्रकृति से नहीं डरना चाहिए क्योंकि जब हमें लगता है कि प्रकृति के साथ हमारा सामंजस्य बिगड़ रहा है, समस्या वहीं से शुरू होती है।

Related posts

Leave a Comment