अब धमकी नहीं , दोस्ती की रह पर आयकर विभाग

नई दिल्ली : इनकम टेक्स रिटर्न भरते समय अगर आप कोई जानकारी देना भूल गए हैं या खर्च संबंधी कोई डीटेल देना आपसे छूट गया है तो चिंता मत कीजिए। टैक्स विभाग अब पहले की तरह सख्ती नहीं बरतेगा और तुरंत आपको इनकम टैक्स विभाग का ‘धमकीभरा’ नोटिस नहीं थमाया जाएगा। विभाग टैक्सपेयर्स के साथ थोड़ा नरम रुख रखते हुए एसएमएस आदि के जरिए आपको आपकी चूक के बारे में सूचित करेगा। 

आयकर विभाग अब ‘धमकभरी’ भाषा का इस्तेमाल किए बगैर टैक्स कलेक्शन बढ़ाने की कोशिश करेगा। सरकार ने इनकम टैक्स विभाग को आदेश दिया है कि वह किसी भी टैक्स पेयर्स को परेशान नहीं करेगा। इनकम टैक्स के अधिकारियों से कहा गया है कि वे टैक्स वसूली के लिए लोगों को जागरूक करें और प्रोत्साहन के जरिए टैक्स वसूली की कोशिश करें। 

मीडिया में चल रही खबरों की मने तो  जैसे टीडीएस डिपॉजिट के लिए मेसेज भेजे जाते हैं, आईटीआर  फाइल करने में गड़बड़ी की सूरत में उसी तरह टेक्स्ट मेसेज किए जा सकते हैं। रिटर्न फाइल करने के रिमाइंडर्स की तरह लेनदेन से जुड़े रिमाइंडर भी भेजे जा सकते हैं। मेसेज ऐसे हो सकते हैं, आईटीआर में फलां ट्रांजैक्शन के बारे में जानकारी जरूर दें, अगर पहले ही डीटेल दे चुके हैं तो मेसेज को इग्नोर करें। एक अधिकारी ने बताया, ‘हम टैक्सपेयर्स को बता सकते हैं कि अगर टीडीएस डिपॉजिट नहीं किया गया है तो डिपॉजिटर से चेक करें।’

सरकार ने कहा कि अगर कोई टैक्स जमा करने या फिर अन्य गड़बड़ी करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई तय नियमों के अनुसार की जाए। जो भी कार्रवाई की जाए, उसका ऑनलाइन रेकॉर्ड रहे ताकि अगर किसी मामले में कोई शिकायत मिले तो तुरंत उसकी जांच की जा सके। 

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी टैक्स टेररिज्म पर भी सफाई दी। उन्होंने कहा कि टैक्स टारगेट पूरा किया जाएगा लेकिन उसके लिए अधिकारी किसी टैक्सपेयर को परेशान नहीं करेंगे। टैक्स टारगेट पहले से तय किया गया है। अधिकारियों को नियम के तहत कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। 

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