असम : आर्थिक तंगी और परिवार के लिए कुछ न कर पाने से निराश असम के एक पूर्व वायुसैनिक ने जंक्शन के पास एक होटल में फांसी लगा ली। होटल के कमरे से पांच पन्नों का अंग्रेजी में लिखा सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें उसने प्रधानमंत्री से अपने बेटे के लिए आर्थिक मदद की गुहार लगाई है। पूर्व वायुसैनिक यहां क्यों आया था इसकी जानकारी किसी को नहीं है। उसके मोबाइल से पुलिस ने उसके परिवार को सूचना दे दी है।
भारतीय वायुसेना से था रिटायर
होटल में आईडी के रूप में उसने अपना पूर्व वायुसैनिक का परिचय पत्र जमा किया था। जिसमें उसका नाम बिजन दास (55) पुत्र चितरंजन दास है। पता मंगलदाई, जिला दारांग, असम है। होटलकर्मियों ने बताया कि वह शनिवार रात 11 बजे कहीं से आया और खाना भी नहीं खाया। रविवार सुबह 8.30 बजे कमरे की सफाई करने वाला पहुंचा तो दरवाजा नहीं खुला। जब दोपहर तक दरवाजा नहीं खुला तो होटल स्टॉफ ने पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची खुल्दाबाद पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो बिजन दास का शव नायलॉन की रस्सी से पंखे से लटक रहा था। कमरे में शराब की खाली शीशी, पांच सितंबर को गुवाहटी से इलाहाबाद तक का स्लीपर का टिकट और सुसाइड नोट मिला।
प्रधानमंत्री से मांगी मदद
कमरे में मिले पांच पेज के सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं अपने परिवार के लिए कुछ नहीं कर सका। मेरा बेटा विवेक दास बहुत अच्छा गाना गाता था। उसने सारेगामापा लिटिल चैंप 2010 में प्रतिभाग किया था। वहां से उसे काफी आत्मबल मिला लेकिन उसके बाद आर्थिक तंगी के चलते मैं उसको कहीं पर संगीत की शिक्षा नहीं दिला सका। मैं अपना जीवन समाप्त कर रहा हूं। मैं उम्मीद करता हूं कि आप मेरे बेटे की आर्थिक मदद करेंगे। साथ ही इलाहाबाद के पुलिस और प्रशासन से यह कहना चाहता हूं कि मेरा अंतिम संस्कार इलाहाबाद में किया जाए। मेरे परिवार को मेरे मौत की सूचना ना दें। अपने अंतिम संस्कार के लिए 1500 रुपये छोड़ कर जा रहा हूं।