चंडीगढ़ : हरियाणा में कांग्रेस और बसपा विधानसभा चुनाव अलग-अलग लड़ेंगी। दोनों दलों के बीच गठबंधन पर फिलहाल विराम लग गया है। कांग्रेस और बसपा के राष्ट्रीय नेताओं ने गठबंधन की संभावनाओं को सिरे से खारिज किया है। अटकलें लगाई जा रही थीं कि रविवार रात हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा की मायावती के साथ गठबंधन को लेकर मुलाकात हुई है। लेकिन, सोमवार देर शाम तक यह कयास ही निकले।
पूर्व सीएम व चुनाव प्रबंधन समिति अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा
सोमवार सुबह दिल्ली में मीडिया से मुखातिब हुए तो उन्होंने साफ किया कि बसपा के
साथ गठबंधन को लेकर कोई बातचीत नहीं चल रही है। यह सिर्फ मनगढ़ंत बातें हैं। देर
शाम हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस हरियाणा में
होने वाले विधानसभा में किसी से गठबंधन नहीं करेगी।
कांग्रेस अकेले ही चुनाव में उतरेगी। हरियाणा में कांग्रेस किसी
से गठबंधन करे,
यह सवाल ही नहीं पैदा होता है। भूपेंद्र हुड्डा व
कुमारी सैलजा की मायावती से कोई भी मुलाकात नहीं हुई है। बता दें कि बसपा-जजपा का
गठबंधन टूटने के बाद से काफी चर्चा चल रही थी कि कांग्रेस, बसपा में गठबंधन हो सकता है। बसपा के राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र
मिश्रा ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी हरियाणा की सभी 90 सीटों पर अकेले ही चुनाव लड़ेगी। पार्टी सुप्रीमो अपने ट्वीट
में भी यह स्पष्ट कर चुकी हैं।