नई दिल्ली : शुक्रवार रात 12 बजे के बाद राजधानी में प्रवेश करने वाले व्यावसायिक वाहनों के लिए टैग जरूरी होगा। आरएफआईडी प्रणाली को कैशलेस बनाने के लिए ईपीसीए के निर्देश पर एमसीडी ने टैग के बजाय टोल का नकद भुगतान करने वाले वाहनों से दोगुनी राशि वसूलेगा। इस निर्णय से टैग का इस्तेमाल करने वालों की संख्या में बढ़ोतरी की उम्मीद जताई गई है।
बता दें कि आरएफआईडी प्रणाली के तहत अब तक 3.6 लाख से अधिक टैग की बिक्री हो चुकी है लेकिन रिचार्ज करवाने वालों की संख्या महज 4000-4200 के बीच है। वाहन मालिकों की सुविधा के लिए एप और वेबसाइट के जरिये दस्तावेजों को अपलोड करने की सुविधा भी मुहैया करवाई गई है। इसके बाद भी टैग रिचार्ज करवाने वालों की संख्या कम होने की वजह से टोल का नकद भुगतान करने वालों से दोगुना शुल्क वसूलने का निर्णय लिया गया है।
उधर, 13 सितंबर की मध्य रात्रि के बाद से आरएफआईडी व्यवस्था को पूरी तरह कैशलेस बनाने के लिए बगैर टैग लगे वाहनों और रिचार्ज नहीं करवाने वालों के लिए जुर्माने का प्रावधान किया गया है। टैग लगे होने के बावजूद रिचार्ज नहीं कराकर वाहन चालक कैश के जरिये टोल का भुगतान कर रहे हैं। इससे टोल पर वाहनों की लंबी कतारें लग जाती है, जिससे दूसरे लोगों को खासी परेशानी होती है।