उत्तर प्रदेश में तीन दिन से मूसलाधार बारिश अब जानलेवा साबित होने लगी है। सूबे में बारिश से गांवों में बड़े पैमाने पर कच्चे और जर्जर मकान व पेड़ धराशायी हो गये जिनमें दबकर 46 लोगों की मौत हो गई। पिछले चौबीस घंटे में अवध क्षेत्र में 15, पूर्वांचल व प्रयागराज में 13-13 और महोबा में तीन लोगों ने जान गंवाई है।
अवध क्षेत्र में सबसे ज्यादा नुकसान अमेठी जिले में हुआ जहां दीवारें गिरने से एक दंपती समेत सात लोगों की मौत हो गई। जबकि बाराबंकी में तीन, अंबेडकरनगर में दो और सीतापुर, अयोध्या व रायबरेली में एक-एक व्यक्ति की जान चली गई। वहीं रुदौली, मिल्कीपुर, अमानीगंज, पटरंगा में दीवार व घर ढहने से लोगों के घायल होने की सूचना है।
प्रयागराज और आसपास के जिलों में सैकड़ों घर गिर गए हैं। यहां प्रतापगढ़ में घर के मलबे में दबने से नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि 25 से भी अधिक लोग घायल हो गए। गुरुवार रात से शुक्रवार शाम तक लगातार बारिश होने से सरकारी दफ्तरों, स्कूलों और घरों में पानी घुस गया। कौशाम्बी के सिराथू में दीवार ढहने से किशोर न्याय बोर्ड के पीठासीन अध्यक्ष विनय मिश्रा की मौत हो गई, जबकि प्रयागराज के मऊआईमा व हंडिया में कच्चे मकान ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई।
पूर्वांचल के विभिन्न जिलों में लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी बारिश के चलते चलते 160 से अधिक कच्चे मकान गिर गए। इसके मलबे में दबने से 13 लोगों की जान चली गई। मरने वालों में चंदौली में मां और दो बेटों समेत पांच, भदोही में दंपती समेत तीन, वाराणसी में तीन तथा आजमगढ़-जौनपुर में एक-एक ने जान गंवाई। कई जिलों में बिजली आपूर्ति ठप रही।
चंदौली के नियामताबाद ब्लाक के अलीनगर थाना क्षेत्र के बरहुली गांव में शुक्रवार भोर में मकान की दीवार गिरने से बगल में झोपड़ी में सो रहीं मुनेसरा देवी (70) पत्नी स्व. बल्ली पाल और उनके दो पुत्रों मुरारी पाल (50) और राधे पाल (45) की मौत हो गई। सैयदराजा के हलुवा गांव में मकान की दीवार गिरने से उमेश की बेटी डिंपल (11) की मौत हो गई और एक लड़की घायल हो गई।
चकिया कोतवाली क्षेत्र के मूसाखाड़ गांव में कच्ची दीवार गिरने से विफनी देवी (52) की मौत हो गई। कंदवा, चकिया तथा अन्य इलाकों में 10 कच्चे मकान ढह गए। चकिया-अहरौरा मार्ग पर सुबह आठ बजे पेड़ गिरने से ढाई घंटे आवाजाही बाधित रही।
भदोही में चौरी क्षेत्र के कंधिया गांव की दलित बस्ती में टीन शेड पर कच्चा मकान गिरने से मनबोध (45) और उनकी पत्नी सीता (40) की मौत हो गई। जबकि पुत्री पुनीता (20) घायल हो गई। कोइरौना क्षेत्र के मझगवां गांव में पेड़ गिरने से रमेश बिंद (39) की मौत हो गई। जिले में 100 से अधिक कच्चे मकान गिर गए।
वाराणसी में चोलापुर क्षेत्र में दर्जनभर कच्चे मकान गिर गए। मकान के मलबे में दबने से तेवर दलपति गांव में रामखेलावन (60), राजापुर गांव में कांताराम (54) और बेला धर्मपुर गांव में पन्ना लाल (65) की मौत हो गई। इसके अलावा शहर के दशाश्वमेध और कबीरचौरा इलाके में भी एक-एक मकान ध्वस्त हो गए। जौनपुर में 20 से अधिक कच्चे मकान गिर गए।
शाहगंज के गोड़िला गांव में मकान के मलबे में दबने से सिद्धांत (04) की मौत हो गई और अन्य हादसों में छह लोग घायल हो गए। बिजली गिरने से जलालपुर के त्रिलोचन महादेव मंदिर का गुंबद टूट गया। आजमगढ़ में तहबरपुर ब्लाक के कटवा गांव में गुरुवार की रात कच्चा मकान ढहने से रामअवध राम (48) की मौत हो गई। मार्टीनगंज ब्लाक के कालेपबुर कठेरवां गांव में पति-पत्नी घायल हो गए। बलिया में बारिश के चलते तीन दर्जन गांवों की बिजली गुल हो गई। मिर्जापुर में छह तथा मऊ, सोनभद्र में तीन-तीन कच्चे मकान गिर गए