हिमाचल प्रदेश में अब बीएड की पढ़ाई करना हुआ महंगा

शिमला: हिमाचल के 72 निजी बीएड कॉलेजों में बीएड की पढ़ाई महंगी हो गई है। सरकार ने दो साल की बीएड फीस में 13 हजार रुपये की बढ़ोतरी करते हुए फीस को 85 हजार रुपये से बढ़ाकर 98 हजार कर दिया है। मंगलवार को नए फीस स्ट्रक्चर की अधिसूचना जारी हुई। फीस की नई दरें शैक्षणिक सत्र 2019-20 से लागू होंगी। 98 हजार की फीस दो किस्तों में वसूली जाएगी। पहले साल 49510 रुपये और दूसरे साल में 48490 रुपये चुकाने पड़ेंगे।

इसके अलावा 1400 रुपये प्रति सेमेस्टर यानी कुल चार सेमेस्टर की परीक्षा फीस 5600 रुपये अलग से देनी होगी। लाइब्रेरी सिक्योरिटी फंड के एक हजार रुपये डिग्री पूरी होने पर वापस मिल जाएंगे। इससे पूर्व मई 2017 में फीस बढ़ोतरी हुई थी। दो साल की बीएड डिग्री की फीस को सरकार ने 22 हजार रुपये बढ़ाया था। 84,870 रुपये फीस सरकार ने तय की थी। डिग्री के पहले साल में 42,950 और दूसरे साल में 41,920 रुपये की किस्त देना तय किया था।

2015-17 और 2016-18 में वसूली ज्यादा फीस होगी रिफंड
इससे पहले नवंबर 2016 में सरकार ने निजी बीएड कॉलेजों की फीस को 45 हजार रुपये से बढ़ाकर 62,870 रुपये तय किया था। प्रदेश के बीएड कॉलेजों में हर साल करीब आठ हजार विद्यार्थी प्रवेश लेते हैं।

फीस बढ़ाने की मांग को लेकर कॉलेज प्रबंधक हाईकोर्ट पहुंच गए थे। हाईकोर्ट ने फैसला लेने के लिए सरकार को निर्देश दिए थे। इसी कड़ी में हाईकोर्ट के आदेशानुसार नया फीस स्ट्रक्चर अधिसूचित किया गया है।

प्रदेश सरकार ने शैक्षणिक सत्र 2015-17 और 2016-18 के दौरान विद्यार्थियों से वसूली अधिक फीस वापस करने के आदेश भी जारी किए हैं। उच्च शिक्षा निदेशक ने स्पष्ट किया है कि वसूली गई अधिक फीस को रिफंड नहीं करने वाले निजी संस्थानों पर कार्रवाई होगी।

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