प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बचपन पर बनी फिल्म “चलो जीते हैं” राजनैतिक हल्को में खूब पसंद की जा रही है. नेता से लेकर अभिनेताओं में फिल्म देखने की होड़ मची हुए है. हो भी क्यों न! देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बचपन पर फिल्म जो बनी है. youtube पर अभी तक इस फिल्म का ट्रेलर 32 लाख से ज्यादा लोग देख चुके है. पूरी कहानी का आंकड़ा अलग है.
आज इसी कड़ी में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फिल्म का आनंद उठाया. फिल्म देखने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा है कि यह फिल्म स्वामी विवेकानंद से प्रेरित ऐसे बालक की सच्ची कहानी है, जिसने दूसरों के लिए अपना जीवन समर्पित किया और आज विश्व के सबसे बड़े नेता के रूप में हमारे प्रधानमंत्री हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जीवन, उनके विचार और उनका त्याग पूरे देश के लिए अनुकरणीय है।
वही झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुबर दास ने फिल्म देखने के बाद ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बचपन पर आधारित फिल्म देखने का अवसर मिला। प्रधानमंत्री के जीवन का मूल मंत्र है कि वही जीते हैं,जो दूसरों के लिए जीते हैं। ये फिल्म ये संदेश पहुंचाने में सफल हुई है। नई पीढ़ी के लिए ये फिल्म प्रेरणा का स्रोत बनेगी।
फिल्म देखने की दौड़ में केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी भी पीछे नहीं दिखी उन्होंने स्कूली बच्चों के साथ फिल्म देखने का मज़ा लिया.
देश में रेलवे की रफ़्तार कितनी भी धीमी क्यों न हो, लेकिन इस मामले में हमारे रेलवे मंत्री पियूष गोयल की फिल्म देखने की रफ़्तार बुलेट ट्रैन से भी काफी तेज़ निकली.
जब बात फिल्म की हो और हमारे प्रधानमंत्री के बचपन पर बनी हो, फिर इस मामले में आध्यात्मिक गुरु कहा रुकने वाले थे, आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रवि शंकर ने फिल्म के निर्माताओ को बधाई देते हुए कहा है कि यह फिल्म समाज को प्रेणना देगी..
अब इस रेस में बॉलीवुड पीछे कैसे रह सकता है, अभिनेता अक्षय कुमार ने कहा है कि फिल्म ने एक सन्देश देने की कोशिश की है “वही जीता है जो दुसरो के लिए जीता है”.