दिल्ली: भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने जेएनयू में फीस बढ़ोतरी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “रिपोर्ट्स है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जेएनयू के वीसी को दो बार जेएनयू में बढ़ी हुई फीस के मुद्दे को हल करने की सलाह दी थी।”
उन्होंने कहा कि यह चौंकाने वाला है कि वीसी सरकार के प्रस्ताव को लागू नहीं करने के लिए अड़े हैं। यह रवैया निंदनीय है और मेरी राय में ऐसे कुलपति को अपने पद पर बने रहने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
बता दें कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) कैंपस में पांच जनवरी रविवार को छात्र गुटों में जमकर मारपीट हुई थी। इससे दोनों पक्षों के 26 से अधिक छात्र घायल हो गए, जिनमें से 12 के सिर में गंभीर चोटें आईं। घायलों में छात्र संघ अध्यक्ष आईशी घोष सहित महिला शिक्षक भी शामिल थी। जेएनयू छात्रसंघ ने मारपीट व तोड़फोड़ का एबीवीपी पर आरोप लगाया। जबकि, एबीवीपी का कहना है कि यह सब लेफ्ट ने किया।
बताया जाता है कि शाम के वक्त नकाब पहने 40 से 50 युवकों की भीड़ कैंपस में पहुंची और हॉस्टल में घुसकर हमला किया। कई वाहनों को तोड़ दिया गया। घायलों को एम्स ट्रामा और सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
आरोप है कि हमलावर छात्राओें के हॉस्टल में भी घुस गए और मारपीट की। हमले की सूचना के बाद कई एंबुलेंस कैंपस पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद से कैंपस में छात्रों का धरना-प्रदर्शन जारी है।
इधर, आईषी घोष का कहना है कि छात्रसंघ का पूरा फोकस कुलपति या एबीवीपी के गुंडों से लड़ने की बजाय हॉस्टल फीस बढ़ोतरी का फैसला वापस कराना है। इस विषय पर जेएनयू छात्रसंघ प्रमुख आइशी घोष गुरुवार को मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा बैठक में शामिल हुईं। बैठक के बाद उन्होंने कहा कि हम मानव संसाधन विकास मंत्रालय के साथ समझौता करने की स्थिति में नहीं है। मंत्रालय अभी भी सोच रहा है कि कुलपति को हटाया जाना चाहिए कि नहीं।