दिल्ली चुनाव: हरियाणा विधानसभा चुनाव में किंग मेकर बनकर उभरी जननायक जनता पार्टी ने दिल्ली चुनाव में हिस्सा नहीं लेने का एलान किया है. दिल्ली चुनाव के एलान के वक्त जेजेपी मुखिया दुष्यंत चौटाला ने अपने उम्मीदवार मैदान में उतरने का दावा किया था. जेजेपी और बीजेपी के गठबंधन की खबरें भी लगातार सामने आ रही थीं. लेकिन नॉमिनेशन के आखिरी दिन पार्टी ने चुनाव नहीं लड़ने की बात कही. इससे पहले शिरोमणि अकाली दल भी दिल्ली चुनाव में हिस्सा नहीं लेने का एलान कर चुकी है.
दुष्यंत चौटाला ने खुद सामने आकर जेजेपी के चुनाव नहीं लड़ने की जानकारी दी है. माना जा रहा था कि हरियाणा से सटी हुई नजफगढ और मुंढका सीट पर जेजेपी अपने उम्मीदवार उतार सकती है. इन दोनों सीटों पर जाट वोटर्स का अच्छी खासी तादाद है और उनके बीच में दुष्यंत चौटाला का चेहरा काफी पॉपुलर है.
बीजेपी के साथ नहीं बनी बात
आम आदमी पार्टी को टक्कर देने के लिए बीजेपी के महागठबंधन बनाने की खबरें भी सामने आ रही थी. कयास लगाए जा रहे थे कि बीजेपी, जेजेपी, अकाली दल, एलजेपी और जेडीयू के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी. हालांकि CAA पर अपना रुख कायम रखते हुए अकाली दल ने सोमवार को ही चुनाव नहीं लड़ने का एलान कर दिया था. अब जेजेपी भी चुनाव लड़ने से पीछे हट चुकी है.
वैसे बीजेपी को जेडीयू और एलजेपी के साथ गठबंधन करने में कामयाबी मिली है. जेडीयू दो और एलजेपी एक सीट पर चुनाव लड़ रही है. इन दोनों पार्टियों के आसरे बीजेपी की कोशिश पूर्वांचली वोटर्स को साधने की है.
हरियाणा चुनाव में बनी किंग मेकर
बात अगर जेजेपी की करें तो हरियाणा में तीन महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी किंग मेकर बनकर उभरी थी. हरियाणा विधानसभा चुनाव में जेजेपी ने 10 सीटों पर जीत दर्ज की थी. इस वक्त जेजेपी हरियाणा में बीजेपी सरकार का हिस्सा है.