दिल्ली: दिल्ली के नजफगढ़ में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आपका एक वोट ये संदेश देगा कि भारत, शाहीनबाग के साथ है या भारतमाता के बेटों के साथ है. दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हम आपके झूठ को गिन-गिन कर सामने रख रहे हैं. एक हजार स्कूल, पचास कॉलेज और पंद्रह लाख कैमरे कहां गए. किसी को स्थाई नौकरी नहीं मिली और न ही फ्री वाईफाई मिला.
अमित शाह ने निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में यूरोप जैसी सड़कें बनाने की बात हुई थी. कहा था कि यमुना को साफ करेंगे. अरविंद केजरीवाल को चुनौती देता हूं कि शर्ट उतारकर डुबकी लगाकर देखें. गृहमंत्री ने कहा कि दिल्ली के लोगों को पीने के लिए साफ पानी नहीं मिला. सर्वे में इक्कीस शहरों में सबसे खराब पानी दिल्ली का है. दिल्ली की हवा में ज़हर घुला है. कैंसर और फेफड़े के रोग बढ़ते जा रहे हैं.
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ”मोदी जी नई योजना लाए हैं. जहां झुग्गी है वहीं पांच सालों में पक्का मकान देंगे. मोदी जी ने 2015 और 2017 में दिल्ली सरकार से नक़्शे मांगे उन्होंने नहीं दिए तो मोदी जी ने सेटेलाइट से नक़्शे ले लिए. हम केजरीवाल जी जैसे नहीं हैं. जो बोलते हैं वो करते हैं. 79 ग्राम सभाओं को शहरी गाँव का स्टेटस दे रहे हैं. मोदी जी ने कई फ्लाईओवर, अस्पताल और सड़के बनाई लेकिन इससे अधिक मोदी जी ने सत्तर साल की समस्याओं को ख़त्म किया.”
अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आप मंदिर बनाना नहीं चाहते थे. राहुल बाबा और कंपनी मंदिर केस में तारीख पर तारीख लेते जा रहे थे. आप और कांग्रेस को पता नहीं क्यों मंदिर बनने से पेट में दर्द क्यों होता था. सिर्फ अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए वो मंदिर नहीं बनाने देना चाहते थे. चार महीने में आसमान से ऊंचा मंदिर हम बनाएंगे.
गृहमंत्री ने कहा कि 370 को हटाया और एक भी गोली नहीं चली. 26 जनवरी को कश्मीर में शान से तिरंगा फहराया गया. पाकिस्तान से अमालिया जमालिया देश में घुस जाते थे और सेना के जवानों का सिर काट ले जाते थे. मौनी बाबा चुप रहते थे. लेकिन नरेंद्र मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक किया और पुलवामा का बदला लिया. पाकिस्तान छाती पीट रहा है, यही सबूत है.
कांग्रेस ने अत्याचार सह कर आए हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता नहीं दी. केजरीवाल भी नहीं देना चाहते है. नरेंद्र मोदी ने इन्हें नागरिकता दे कर उनके मानव अधिकारों की रक्षा की. जेएनयू में नारे लगे कि भारत के टुकड़े होंगे. हमनें कन्हैया कुमार और उमर खालिद को जेल भेजा लेकिन केजरीवाल ने खालिद पर केस चलाने की परमिशन नहीं दी. ऐसा वोट बैंक के लिए किया.
नरेंद्र मोदी आयुष्मान भारत लेकर आए लेकिन अरविंद केजरीवाल ने लागू नहीं किया. आपके पांच लाख का फायदा केजरीवाल रोककर बैठे हैं. पचास लोगों को फ़ोन करके कहिए कि कमल का बटन चुनाव में दबाएं. इतनी जोर से बटन दबाइए कि करंट शाहीन बाग में लगे.