‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार करेगा राममंदिर : योगी आदित्यनाथ

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जयश्रीराम के उद्घोष के बीच राममंदिर को भारत की राष्ट्रीय आस्था व मर्यादा का केंद्र बताया। कहा कि राममंदिर एक भारत-श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करेगा। संत-धर्माचार्यों के पीएम मोदी के प्रति विश्वास से अब भावनाओं के अनुरूप भव्य राम मंदिर बनेगा, साथ ही रामराज्य की अवधारणा तेजी से साकार होती दिखेगी। उन्होंने संकल्प दिलाया कि हमें भगवान राम की मर्यादा का न कभी उल्लंघन करना है, न किसी को करने देना है।


रामलला के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट से आए फैसले के 84वें दिन रविवार को पहली बार अयोध्या आए सीएम योगी ने विराजमान रामलला व हनुमानगढ़ी जाकर दर्शन करने से पहले रामनगरी में करीब तीन घंटे तक संत-धर्माचार्यों के आश्रम व कार्यक्रमों में जाकर उत्साह व जोश दिखाया। फटिकशिला में सीताराम यज्ञ स्थल पहुंचकर सतों व हजारों भक्तों के बीच भाव विभोर हो उठे।

बोले-हम सब सौभाग्यशाली हैं कि 500 वर्षों तक लोगों ने जो चीज नहीं देखी। आंखें तरस गई थीं, पीढ़ियां तरस गई थीं। अब वह राममंदिर के रूप में फलीभूत होने को है। सुग्रीव किला में गरुण स्तंभ, साकेतवासी पुरुषोत्माचार्य की प्रतिमा, भगवान के विग्रह का अनावरण करके संत सम्मेलन में शीर्ष संत-धर्माचार्यों समेत श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महामंत्री चंपत राय के साथ घंटों राममंदिर की दिव्यता व भव्यता पर चर्चा कीं।

राम ने सुन ली अयोध्या के दीपोत्सव की प्रार्थना
सीएम योगी ने कहा कि अयोध्यावासियों दीपावली पर भगवान राम के आने की खुशी में 5 लाख 51 हजार दीप जलाए थे। भगवान ने सबकी प्रार्थना सुन ली और राममंदिर का मार्ग प्रशस्त हुआ।

मेरे लिए अयोध्या ज्यादा महत्वपूर्ण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेरे लिए अयोध्या व राममंदिर ज्यादा महत्वपूर्ण है। मेरे दादा गुरु व पूज्य गुरुदेव 1934 व 1949, 1983 से लेकर 2014 तक इस अभियान से जुड़े रहे। भव्य राम मंदिर का निर्माण पूज्य संतों की जीवन भर की साधना की सिद्धि है। रामलला के दर्शन के बाद रविवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश, देश की जनता को धन्यवाद है।

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