दिल्ली हिंसा के दौरान फायरिंग करने वाले उपद्रवी शाहरुख को पुलिस ने किया गिरफ्तार

दिल्ली: संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर दिल्ली में विरोधी प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में पुलिसकर्मी पर गोली चलाने वाले शख्स शाहरुख को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पहचान होने के बाद से ही पुलिस इस शख्स की तलाश में जुटी हुई थी। गौरतलब है कि रविवार से ही सीएए के खिलाफ और सीएए के समर्थन में दो गुटों का प्रदर्शन चल रहा है लेकिन सोमवार को अचानक शाहरुख ने बंदूक निकालकर 8 राउंड फायरिंग कर दी।

सोशल मीडिया पर चल रहे विडियो और फोटो में भी इस शख्स को हाथ में बंदूक लिए पुलिस वाले के सामने बढ़ते देखा जा सकता है। जब पुलिसकर्मी ने शख्स को रोका तो इस व्यक्ति ने वहीं गोली चला दी। बता दें कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में जाफराबाद, मौजपुर, चांदबाग और भजनपुरा समेत कई जगहों पर हिंसा हुई, जिसमें एक पुलिस कॉन्स्टेबल समेत 5 लोगों की मौत हो गई जबकि करीब 40 पुलिसकर्मी घायल बताए जा रहे हैं। घायलों में शाहदरा के पुलिस उपायुक्त अमित शर्मा भी शामिल हैं।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हेड कांस्टेबल रतन लाल (42) सहायक पुलिस आयुक्त, गोकलपुरी के कार्यालय से जुड़े हुए थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस कर्मियों पर किये गए पथराव में वह घायल हो गए थे। उन्होंने बताया कि लाल मूल रूप से राजस्थान के सीकर के रहने वाले थे और 1998 में दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुए थे। उनके परिवार में पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है।

हिंसा में घायल हुए शाहदरा के पुलिस उपायुक्त अमित शर्मा के बारे में एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी के सिर और हाथ में चोट लगी है। उन्हें पटपड़गंज के मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया और वह गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में है। प्रदर्शनकारियों ने अधिकारी के वाहन को भी आग लगा दी। हिंसा में शामिल लोगों ने कई घरों, दुकानों तथा वाहनों में भी आग लगाई।

हिंसा में मारे गए तीन आम नागरिकों में से दो की पहचान मोहम्मद फुर्कान और शाहिद के रूप में हुई है लेकिन तीसरे शख्स की अभी पहचान नहीं हुई है। फिलहाल हालातों को काबू करने के लिए पुलिस ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली की 10 जगहों पर धारा 144 लागू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा को देखते हुए CRPF की आठ कंपनियां तैनात कर दी गई हैं। इनमें दो रैपिड एक्शन फोर्स की कंपनियां हैं और एक महिला सुरक्षाकर्मियों की कंपनी है।

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