भोपाल. गुरुग्राम. कांग्रेस ने बीजेपी पर मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार (Kamal Nath Government) को अस्थिर करने का आरोप लगाया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा के सदस्य दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी ने गुरुग्राम के एक होटल में 10 से 11 विधायकों को रखा था. उन्होंने दावा किया कि इनमें से छह से सात विधायकों को बीजेपी के कब्जे से मुक्त करा लिया गया है. दिग्विजय सिंह ने बताया कि अब सिर्फ चार विधायक ही भाजपा के पास है. हालांकि, दिग्जिवय सिंह और कमलनाथ सरकार में मंत्री जयवर्धन सिंह को सिर्फ BSP की निष्कासित विधायक रमाबाई के साथ ही लौटते हुए देखा गया. इस सबके बीच गुरुग्राम में रात भर सियासी ड्रामा चला. जानकारी के मुताबिक, नरोत्तम मिश्रा पांच विधायकों के साथ होटल में रुके थे.
विधायकों को दूसरी जगह किया गया शिफ्ट
इस बीच, खबर है कि बाकी बचे विधायकों को गुरुग्राम के होटल से कहीं बाहर शिफ्ट किया गया है. दिग्विजय सिंह के दावे के इतर खबर है कि गुरुग्राम के ITC होटल में सिर्फ पांच विधायकों को ही रखा गया था, जिनमें से रमा देवी को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वापस ले जाने में सफल रहे. बताया जाता है कि पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को होटल के मुख्य हिस्से में जाने ही नहीं दिया था. हाई ड्रामे के बाद दिग्विजय सिंह, जयवर्धन सिंह और जीतू पटवारी वहां से वापस लौट गए.
कांग्रेस विधायकों को बंधक बनाकर रखा गया: दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह की होटल में दाखिल होने को लेकर होटल मैनेजमेंट के साथ बहस भी हुई. इसके बाद एक तस्वीर में मंत्री जयवर्धन सिंह विधायक रमाबाई के साथ आते हुए नजर आए. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी के नेता के साथ कांग्रेस विधायक बिसाहुलाल समेत कई कांग्रेस विधायकों को बंधक बनाकर रखा गया है. कांग्रेस ने बीजेपी पर कांग्रेस विधायकों की हार्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया. दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया. हरियाणा में बीजेपी की सरकार होने के कारण भाजपा के नेताओं ने इस होटल को चुना. बररहाल इस खबर के बाहर आने के बाद सियासी हंगामा उठ खड़ा हुआ और भोपाल से लेकर दिल्ली और गुड़गांव में हंगामा खड़ा हो गया.
‘जब हमें पता चला, तो जीतू और जयवर्धन को मानेसर के होटल भेजा गया’
एएनआई ने इस सियासी ड्रामे के मामले में दिग्विजय सिंह के हवाले से ट्वीट किया है. इस ट्वीट के अनुसार, दिग्विजय सिंह ने कहा कि, ‘जब हमें पता चला, तो जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह को वहां (मानेसर के होटल ) भेजा गया. जिन लोगों के साथ हमारा संपर्क स्थापित किया गया वे हमारे पास वापस आने के लिए तैयार थे. हम बिसाहूलाल सिंह और रामबाई के लगातार संपर्क में थे. रामबाई तब भी वापस आईं, जब भाजपा ने उन्हें रोकने की कोशिश की.
‘विधायक के साथ की गई गुंडागर्दी’
दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि बीजेपी अहंकार में डूबी है. दिग्विजय ने आरोप लगाया कि बसपा विधायक रामबाई के साथ गुंडागर्दी की गई और बीजेपी नेताओं ने कई विधायकों को बंधक बनाकर रखा. हालांकि इसके बाद तेजी के साथ बदलते घटनाक्रम में कमलनाथ सरकार पर मंडराते दिख रहे संकट के बादल छंटते नजर आए और देर रात के बाद ये संकट टलता हुआ नजर आया.