दिल्ली: निजामुद्दीन के मरकज़ को लेकर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़ा खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक इस जमात में दुनिया के 67 देशों के 2041 लोगों ने हिस्सा लिया। चौंकाने वाली बात यह है कि इस आयोजन में चीन से आए 9 लोगों ने भी हिस्सा लिया था। बता दें कि कोरोना वायरस की शुरुआत इसी चीन से हुई थी, जहां पिछले साल दिसंबर से कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले सामने आए हैं। ऐसे हालात को देखकर लगता है जैसे कोरोना को फैलाने में मरकज़ और चीन का कोई बड़ा प्लान तो नहीं। तभी इस आयोजन में चीन से आए 9 लोगों को शामिल किया गया था। देशभर में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे है, मरकज़ में शामिल कई लोगो की वजह से पिछले एक दिन में 350 से ज्यादा मामले सामने आये है। मरकज़ में शामिल कई जमाती की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
निजामुद्दीन में मरकज़ की खबर आने के बाद से प्रशासन पूरी तरह से सतर्कता बरत रहा है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच यहां पहुंच लोगों को तलाशने की कोशिश कर रहा है। क्राइम ब्रांच की जांच में पता चला है कि मरकज़ में 67 देशों 2041 विदेशी आए थे। खबरों की माने तो इसमें ज्यादातर लोग, इंडोनेशिया, बांग्लादेश और थाईलैंड से है। जांच में क्राइम ब्रांच का फोकस विदेशी लोगों पर है। फिलहाल चीन से आए 9 लोगों के खुलासे ने प्रशासन को ज्यादा मुश्किल में डाल दिया है।
क्राइम ब्रांच के मुताबिक दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में आयोजित तबलीगी मरकज में भाग लेने वाले सभी 280 विदेशी टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे। उन्हें धार्मिक कार्यक्रमों, प्रवचनों में शामिल होने की अनुमति नहीं थी जबकि वो मरकज और देश की अन्य मस्जिदों में पहुंचे। ये वीजा नियमों का उल्लंघन है। बता दें कि 280 विदेशी सिर्फ निजामुद्दीन के मरकज से मिले। इसके अलावा भी देश की और मस्जिदों में ऐसे विदेशी मौजूद थे जो टूरिस्ट वीजा पर हिंदुस्तान आए थे।