कानपुर: देश-दुनिया में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में तबलीगी जमात से जुड़े तीन लोगों को हैलट अस्पताल स्थित आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती कराया गया था। शुरुआत में इस बात की शिकायत मिली की ये तीनों इलाज में न तो डॉक्टरों का सहयोग कर रहे हैं बल्कि इन्होंने हेल्थ स्टाफ के साथ बदसलूकी भी की। कथित रूप से जमातियों ने डॉक्टरों पर थूका भी था।
वही मीडिया में चली के खबर के मुताबिक वहीं, जब इन लोगों की स्थिति बिगड़ने लगी तो कोरोना से संक्रमित तीनों, मेडिकल स्टाफ के सामने बिलख-बिलखकर रोने लगे। इन लोगों ने हेल्थ वर्कर्स के सामने गिड़गिड़ाकर जान बचाने का आग्रह किया।
खबरों की माने तो हैलट अस्पताल के सीएमओ डॉक्टर अशोक शुक्ला ने कहा है कि ‘शुरुआत में ये तीनों वक्त पर दवा नहीं खाते थे, डॉक्टरों का सहयोग भी नहीं करते थे। लेकिन अब वे पूरी तरह से डॉक्टर्स, नर्सों की बात मान रहे हैं। बाकी रोना वगैरह यह मनोवैज्ञानिक असर है। जब भी कोई शख्स बहुत ज्यादा डर जाता तो इस तरह की प्रतिक्रिया देता है।’
एक राष्ट्रीय न्यूज़ पेपर में छपी एक खबर के मुताबिक कानपुर डीएम ब्रह्म देव राम तिवारी कहते हैं, ‘हमारे जिले में कुल 11 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित थे। इनमें से 1 का पूरी तरह उपचार किया गया और वह अब ठीक भी हो गया है। जिले में तकरीबन 3 हजार लोगों ने पलायन किया। इन सभी को क्वारंटीन किया गया है। जिले में हर शख्स पर करीब से नजर रखी जा रही है ताकि कोई भी अव्यवस्था न फैले। हमें स्थानीय लोगों का सहयोग भी मिल रहा है। हम इस परिस्थिति में लोगों से अपील कर रहे हैं कि सभी बहुत सजगता और सुरक्षा के साथ रहें। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें ताकि कोरोना को पूरी तरह से खत्म किया जा सके।’
कर्मचारियों ने लगाया था आरोप
कानपुर स्थित लाला लाजपत राय अस्पताल की प्रधानाचार्य आरती लालचंदानी ने बताया था कि चिकित्सालय के कुछ कर्मियों ने आरोप लगाया है कि आइसोलेशन वॉर्ड में रखे गए कुछ मरीजों ने उनके साथ अभद्रता की। पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि हाल में दिल्ली से तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शिरकत करके लौटे 22 लोगों को लाला लाजपत राय अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती कराया गया था। इसके बाद उनमें से कुछ लोगों ने बदसलूकी की थी।