भोपाल. दिल्ली और उत्तर प्रदेश की तर्ज पर अब मध्य प्रदेश सरकार (Madhya Pradesh Government) भी शराब पर कोरोना टैक्स लगाने की तैयारी कर रही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शराब पर अतिरिक्त कोरोना टैक्स लगाने के संकेत दिए हैं. उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार ने 5 मई से ऑरेंज और ग्रीन जोन में शराब की दुकानें खोलने के निर्देश जारी किए थे, लेकिन शराब ठेकेदारों से तनातनी के चलते ये दुकानें एक दिन बाद यानी 6 मई को दोपहर 12:00 बजे के बाद खुल सकीं. दुकान खुलते ही शराब के शौकीनों की लंबी कतारें पूरे प्रदेश में देखने को मिलीं. शराब की बिक्री को देखते हुए अब सरकार इस पर अतिरिक्त टैक्स लगाने की तैयारी कर रही है. माना जा रहा है कि जल्द ही इस संबंध में आदेश जारी कर दिए जाएंगे, इससे शराब के शौकीनों को कुछ ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ेगी.
मुनाफा कमा रहे ठेकेदार
दुकान न खोलने को लेकर सरकार और शराब दुकानों के ठेकेदारों में कुछ वक्त के लिए तनातनी बनी रही. शराब ठेकेदारों का यह तर्क था कि सरकार उनके नुकसान की भरपाई करे जो लॉकडाउन के दौरान हुआ है. लेकिन, जैसे ही दुकानें खुलीं और कई जगह यह बात सामने आई कि शराब ठेकेदार तय कीमत से कहीं ज्यादा पर शराब बेच रहे हैं. इसका सीधा फायदा ठेकेदारों की जेब में जा रहा है, जबकि सरकार को इससे कोई अतिरिक्त राजस्व का फायदा नहीं है.
कितना हुआ नुकसान
लॉक डाउन के चलते मध्य प्रदेश सरकार को शराब से होने वाली आय में केवल मार्च और अप्रैल के महीने में ही 1800 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ा है. इसी नुकसान को देखते हुए अब सरकार अतिरिक्त कोरोना टैक्स लगाने की तैयारी कर रही है. यह टैक्स विदेशी और देसी शराब पर अलग-अलग लगाया जा सकता है. उल्लेखनीय है कि यूपी सरकार ने विदेशी शराब पर 180ml तक ₹10 और 500ml तक ₹20 और 500ml से ज्यादा की बोतल पर ₹30 की बढ़ोतरी की है.