‘मोदी आरती’ के बाद अब नरेंद्र मोदी की मूर्ति लगाने की तैयारी में BJP विधायक

देहरादून: उत्तराखंड में सत्ताधारी बीजेपी (BJP) और विपक्षी कांग्रेस (Congress) के नेता आमने-सामने हैं. इस अदावत की जड़ में है ‘मोदी आरती’. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के कामों की प्रशंसा में लिखी गयी आरती से विपक्षी कांग्रेस नाराज़ है. कांग्रेस का कहना है पीएम की तुलना भगवन से करना ‘अंधभक्ति’ का प्रमाण है. दरअसल, ख़बरों में बने रहने वाले राज्य के विधायक गणेश जोशी ने इसी हफ्ते हुए मोदी किचन के समापन के अवसर पर लगे हाथों मोदी आरती भी लॉन्‍च कर दी. मीडिया में चली एक खबर के मुताबिक पार्टी की एक समर्थक रेणू जोशी ने हनुमान चालीसा की तरह लिखी आरती में प्रधानमंत्री मोदी के कोरोना से लड़ने के लिए तारीफ़ की है.

अमेरिका को हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्वाइन दवाई की खेप देने के लिए भी मोदी आरती में प्रशंसा है. साथ ही कश्मीर से धरा 370 हटाने से लेकर, भ्रष्टाचार से लड़ने से लेकर आतंकवाद से लोहा लेने का भी वर्णन है.

कांग्रेस गुस्से में क्यों?
उत्तराखंड की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस को लगता है कि मोदी आरती ‘अंधभक्ति’ का प्रमाण है. पार्टी के नेता सूर्यकांत धस्माना कहते हैं कि बीजेपी के नेता आंखें बंद कर भक्ति में जुटे हैं. पीएम की तुलना भगवन से कर डाली है, जो आपतिजनक है. आस्था पर चोट का हवाला देखर पार्टी की महिला विंग ने तो बाकायदा पुलिस में विधायक के खिलाफ तहरीर भी दे डाली है.

‘भक्ति में ही तो है शक्ति’
इधर, बीजेपी विधायक गणेश जोशी कहते हैं कि भक्ति में तो शक्ति है. जोशी कहते हैं वो बाकायदा प्रधानमंत्री की आराधना करते हैं और इसमें किसी को क्या दिक्कत है. विधायक का दावा है कि कोरोना काल निपटने के बाद वो पीएम की मोदी भी लगवाएंगे और उसकी पूजा भी करेंगे.

किचन से आरती तक
लॉकडाउन की शुरुआत के साथ ही राजधानी देहरादून में बीजेपी ने मोदी किचन की शुरुआत की थी. किचन के माध्यम से रोजाना मजदूरों को खाना बांटा जाता था. इसके जवाब में कांग्रेस ने सोनिया किचन चलाया था. अब दोनों की पार्टियाँ किचन बंद कर चुकी. किचन तो बंद हो गयी पर अब दोनों पार्टियों में आरती को लेकर ठन गयी है.

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