रविवार को भारत दुनिया में कोरोना वायरस के मामले में सातवें स्थान पर पहुंच गया। 10वें से सातवें स्थान पर पहुंचने में भारत को केवल एक हफ्ते का समय लगा। इस दौरान देश में कोविड-19 के मामलों में लगभग 50,000 की वृद्धि हुई। 25 मई को भारत ईरान को पछाड़कर दुनिया का कोरोना महामारी से त्रस्त दसवां देश बना था। तब हमारे यहां मामलों की संख्या 1.38 लाख थी। रविवार को यह आंकड़ा 1.82 लाख पर पहुंच गया। हालांकि भारत अमेरिका से अब भी बहुत दूर है जो वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देश है।
अमेरिका में 18 लाख से ज्यादा पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। दूसरे नंबर पर ब्राजील है जहां पांच लाख मामले हैं। तीसरे नंबर पर रूस है जहां कोरोना के तीन लाख मामले दर्ज किए गए हैं। रविवार को रेडियो कार्यक्रम मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत अपनी बड़ी आबादी के बावजूद कई अन्य देशों की तरह कोरोना वायरस महामारी से बुरी तरह प्रभावित नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि सरकार चार चरणों का लॉकडाउन लागू करने के बाद अब अर्थव्यवस्था को खोल रही है लेकिन लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। भारत में मरीजों के ठीक होने की दर में भी इजाफा हुआ है। पिछले हफ्ते यह दर 42 प्रतिशत थी जो अब बढ़कर 47 प्रतिशत हो गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि भारत में वायरस का तेजी से प्रसार नहीं हुआ है जैसा कि कई अन्य देशों में देखा गया है। इस बीच भारत में पिछले 24 घंटों (शनिवार और रविवार के बीच) में 8,380 नए मामले सामने आए। यह अब तक एक दिन में सामने आए मामलों की सबसे ज्यादा संख्या है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में सक्रिय मामलों की संख्या 89,995 जबकि 86,983 मरीज ठीक हो चुके हैं।
शनिवार सुबह से अब तक 193 लोगों की मृत्यु हुई है। जिनमें से 99 महाराष्ट्र, 27 गुजरात, 18 दिल्ली, मध्य प्रदेश और राजस्थान से नौ, पश्चिम बंगाल में सात, तमिलनाडु और तेलंगाना में छह, बिहार में पांच, उत्तर प्रदेश में तीन, पंजाब में दो और हरियाणा और केरल में एक-एक मौत हुई है।