33 करोड़ छात्रों के लिए खुशखबरी, देशभर में इस दिन से खोले जाएंगे स्कूल !

दिल्ली. कोरोना संकट (Corona Crisis) के कारण पूरे देश में स्कूल और कॉलेज मार्च से ही बंद हैं. लेकिन अगस्त महीने के बाद इन्हें फिर से खुलने की संभावना जताई जा रही है. देश के एचआरडी मिनिस्टर रमेश पोखरियाल निशंक ने बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि देश भर में बंद पड़े शैक्षणिक संस्थान अगस्त के बाद खोले जा सकते हैं. दरअसल, पूरे देश में मार्च 16 से स्कूल और कॉलेज बंद हैं. देश भर के लगभग 33 करोड़ छात्र फिलहाल पूरी तरह भ्रम में हैं और इससे संबंधित संदेह को दूर करने के लिए स्कूलों के फिर से खुलने की खबरों का इंतजार कर रहे हैं.

मई में मिली एक रिपोर्ट के अनुसार, यह कहा जा रहा था कि स्कूल और कॉलेज जुलाई में खोले जा सकते हैं. इस दौरान 30 प्रतिशत छात्रों की मौजूदगी रह सकती है. साथ ही क्लास 8 तक के छोटे बच्चे घर पर ही रह सकते हैं. यह भी कहा गया है कि ग्रीन और ऑरेंज जोन में मौजूद शैक्षणिक संस्थान पहले खोले जाएंगे. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का प्रयास किया जाएगा. साथ ही क्लासों या स्कूल में कम बच्चें मौजूद रह सकते हैं. इसके अलावा स्कूल का संचालन दो पालियों में होगा.

लेकिन पूरे देश में कोरोना के कारण इस तरह के हालात बनते दिखें कि संबंधित मंत्रालय को एक सप्ताह के भीतर आधिकारिक बयान के साथ सामने आने पड़ा. बयान में कहा गया कि इस प्रकार का कोई निर्णय अभी तक नहीं लिया गया है.

… तो 15 अगस्त के बाद खुलेंगे स्कूल
इंडिया टुडे की एक खबर के अनुसार, देश के एचआरडी मिनिस्टर रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि स्कूल अगस्त के बाद खुल सकते हैं. इस मामले में छात्रों, स्कूली बच्चों के परिजन और शिक्षकों के बीच लगातार भ्रम की स्थिति बनी हुई है. दरअसल, निशंक ने अंत में बताया कि स्कूलों और कॉलेजों को अगस्त के बाद फिर से खोल दिया जाएगा. हो सकता है 15 अगस्त के बाद ही स्कूल-कॉलेज खोल दिए जाएं.

एचआरडी मिनिस्टर ने कहा, ”हम कोशिश कर रहे हैं कि 15 अगस्त तक इस सत्र से सभी एग्जाम के रिजल्ट घोषित कर दिए जाएं.” इस दौरान जब एंकर ने मिनिस्टर से पूछा कि क्या स्कूल और कॉलेज अगस्त के बाद फिर से खोले जा सकते हैं. इस दौरान निशंक ने उत्साहित होकर कहा, ‘बिल्कुल.’

इन नियमों को मानना होगा अनिवार्य
रिपोर्टस के अनुसार, टीचर्स को इस दौरान मास्क और गलब्स पहनना जरूरी है. इसके अलावा थर्मल स्कैनर स्कूलों में लगाए जाएंगे. इसके अलावा सीसीटीवी कैमरों से इस बात पर निगाह रखी जाएगी कि सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का सही तरीके से पालन हो रहा है या नहीं. इस दौरान इलाके के प्रशासनिक अधिकारी भी इसपर नजर बनाए रखेंगे. यह देखा जाना बाकी है कि अगर अगस्त के बाद स्कूल फिर से खुल गए तो इस दौरान क्या दिशा-निर्देश होंगे

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