कानपुर उत्तर प्रदेश पुलिस के 8 पुलिसकर्मियों के हत्यारे विकास दुबे की तलाश सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि अब दिल्ली और पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में हो रही है। मंगलवार को विकास दुबे जैसा दिखने वाला एक शख्स फरीदाबाद के एक होटल में कमरा लेने के लिए पहुंचा था लेकिन जरूरी आईडी नहीं होने की वजह से उसे कमरा नहीं मिला था। बाद में पुलिस वहां पहुंची तो तबतक वह शख्स वहां से जा चुका था। पुलिस ने फरीदाबाद से 3 लोगों को गिरफ्तार किया है जिनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने विकास दुबे की सहायता की है, ऐसा माना जा रहा है कि फरीदाबाद के होटल में दिखा शख्स विकास दुबे ही था। इस बीच विकास दुबे और उसके साथियों की उत्तर प्रदेश में भी तलाश जारी है, उसके एक करीबी साथी की बुधवार सुबह एनकाउंटर में मौत हो गई है और एक को गिरफ्तार किया गया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने विकास दुबे की खर देने वाले को अब पुलिस की तरह से 5 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश पुलिस ने बुधवार को इनाम की राशि बढ़ाने की घोषणा की है। शुरुआत में विकास दुबे की खबर देने वाले को 50 हजार रुपए के इनाम का ऐलान किया गया था फिर इसे बढ़ाकर 1 लाख रुपए कर दिया गया। सोमवार को इनाम की इस राशि को बढ़ाकर 2.5 लाख रुपए कर दिया गया।
बुधवार को इस इनामी राशि को अब दोगुना करके 5 लाख रुपए कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश में किसी भी अपराधी पर घोषित यह सबसे बड़ा इनाम है। विकास दुबे के बाद प्रदेश दो सबसे ज्यादा इनाम वाले अपराधी वह हैं, जिनपर ढाई-ढाई लाख रुपये का इनाम है। ढाई-ढाई लाख रुपये के ईनाम वाले बदमाशों की लिस्ट में एक मेरठ का मोस्ट वांटेड बदन सिंह बद्दो है और दूसरा पश्चिमी यूपी का ही आशुतोष है। ऐसे में यूपी के अगर तीन सबसे ज्यादा इनाम वाले बदमाशों की बात की जाए तो वह विकास, बद्दो और आशुतोष हैं।
विकास दुबे
विकास दुबे के ऊपर लूट, डकैती, फिरौती और हत्या जैसे गंभीर अपराधों के 60 मामले दर्ज हैं। विकास दुबे का नाम 19 साल पहले 2001 में पहली बार तब चर्चा में आया जब उसने कथित तौर पर थाने में घुसकर दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री एवं बीजेपी नेता संतोष शुक्ला की हत्या कर दी थी।
बदन सिंह बद्दो
मेरठ का मोस्ट वांटेड बदन सिंह बद्दो करीब 25 साल से अपराध की दुनिया में बना हुआ है। खुली चुनौती देकर वारदात करने वाले शातिर अपराधी बद्दो ने शराब तस्करी से जुर्म की दुनिया में कदम रखा और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह सुपारी किलर व भूमाफिया तक बना। वह मार्च 2019 में पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया था।
आशुतोष
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आशुतोष पर भी ढाई लाख रुपये का ईनाम है। आशुतोष पुलिस की टॉप तीन अपरोधियों की लिस्ट में शामिल है। पुलिस रिकॉर्ड में आशुतोष पर कई मुकदमे दर्ज है।