कुख्यात अपराधी और कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले का मुख्य आरोपी विकास दुबे शुक्रवार सुबह कानपुर के भौती इलाके में पुलिस मुठभेड़ मे मारा गया. हालांकि इस एनकाउंटर को लेकर कई सारे सवाल भी उठाए जा रहे हैं. यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह एनकाउंटर सरकार को बचाने के लिए किया गया है. उन्होंने कहा कि ये कार पलटी नहीं है, सरकार को पलटने से बचाया गया है, क्योंकि विकास दुबे के जिंदा रहने से कई राज खुल सकते थे.
अखिलेश यादव ने कहा कि हमारी पार्टी शुरुआत से ही कह रही है कि विकास दुबे के संबंध बीजेपी के कई नेताओं से हैं. सुबह कार पलटने की जनाकारी मिली. उसके बाद अपराधी भागने की कोशिश करता है और फिर पुलिस की गोलीबारी में मारा जाता है. मेरा कहना है कि जिस अपराधी का एनकाउंटर हुआ है उसका बीजेपी से सीधे-सीधे संबंध थे. अभी तक विकास ने जो भी अपराध किए हैं उसमें बीजेपी के नेताओं का भी सहयोग था. वर्ना एसएसपी को क्यों हटाना पड़ा? थाने की पूरी पुलिस को हटानी पड़ी. पुलिस के कई स्थानीय अधिकारी विकास दुबे के यहां चाय पीते थे.
एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए अखिलेश ने कहा कि विकास ने आत्मसमर्पण किया था. शुक्रवार सुबह वह जिस गाड़ी में सवार हुआ था वो चल रही थी, दूसरी गाड़ी पलटी थी. चलती हुई गाड़ी में विकास दुर्घटनाग्रस्त हुई गाड़ी में कैसे बैठा?
अखिलेश ने आगे कहा, जितने लोगों का एनकाउंटर हुआ है पुलिस उसके मोबाइल की सीडीआर जारी करे. सरकार मालूम करे कि विकास दुबे को कौन जानकारी दे रहा था. इन गंभीर मुद्दों को लेकर पर्दा क्यों नहीं उठाया जा रहा है. विकास दुबे की हत्या या एनकाउंटर इसलिए किया गया है क्योंकि इसके सीने में कई राज दफ्न थे. राज से अगर पर्दा उठ जाता तो बीजेपी आज सवालों के जवाब नहीं दे पाती. ये कार पलटी नहीं है. मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार पलटने से बचाया है.