दिल्ली. देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता (AQI) धीरे-धीरे बेहद खराब होती जा रही है. इससे दिल्ली में लोगों का स्वच्छ हवा में सांस लेना दूभर हो गया है. वहीं, भीड़भाड़ वाली जगहों पर प्रदूषण के चलते लोगों की आंखों में जलन तक होने लगी है. प्रदूषण का आलम यह है कि कई स्थानों पर विजिबिलिटी (Visibility) काफी कम हो गई है. सुबह-सुबह धुंध छाने की वजह से सड़कों पर दिखाई देना मुश्किल हो गया है.
आनंद विहार इलाके में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई है. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के आंकड़ों के अनुसार, आनंद विहार में सोमवार सुबह को वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहत ही गंभीर स्थित में दर्ज किया गया. यहां एक्यूआई 405 तक पहुंच गया, जिसे बेहद गंभीर श्रेणी में माना जाता है. इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी के रोहिणी, आईटीओ और द्वारका सहित कई स्थानों पर AQI ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है. बता दें कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘बेहद गंभीर’ माना जाता है.
यहां रहे हालात बेहद खराब
रविवार को अधिकारियों ने कहा था कि मुंडका, आनंद विहार, जहांगीरपुरी, विवेक विहार और बवाना जैसे इलाकों में वायु प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’ रहा. शाम होने तक मुंडका और विवेक विहार का एक्यूआई ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आ गया. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली ‘सफर’ के अनुसार, मंगलवार तक एक्यूआई का स्तर ‘बेहद खराब’ रह सकता है. हालांकि, धीरे-धीरे हवा के रफ्तार पकड़ने से स्थिति बेहतर होती चली जाएगी.
लगातार बढ़ रहा प्रदूषण
इसके साथ सफर ने कहा था कि सोमवार को वायु गुणवत्ता में सुधार होने का अनुमान है. एजेंसी ने कहा था कि मौजूदा स्थिति में 26 अक्टूबर तक कुछ सुधार होने की उम्मीद है. उसने कहा कि पराली जलाए जाने के मामलों की संख्या शुक्रवार को 1,292 जबकि शनिवार को यह कम होकर 867 रही. आपको बता दें कि इससे पहले शनिवार को दिल्ली का एक्यूआई 346 और उससे एक दिन पहले 366 रहा था.