दिल्ली. यमुना एक्सप्रेस (Yamuna Expressway)पर सफर करने वालाें के लिए राहत भरी खबर है. जल्द ही इस एक्सप्रेस काे फास्टैग(FASTag) से लैस किया जाएगा. इसे लेकर यमुना प्राधिकरण (Yamuna authority) द्वारा फैसला ले लिया गया है और बताया जा रहा है कि साेमवार काे इसके लिए कर्साेसियम बैंक और अर्थाेरिटी के बीच एमओयू साइन हाेगा. निजी हाइवे होने के कारण शुरुआत में जेपी कंपनी ने फास्टैग लागू करने से मना कर दिया था। यमुना प्राधिकरण की सख्ती के बाद कंपनी तैयार हो गई. 15 फरवरी से इसे लागू करने की तिथि तय की गई, लेकिन अभी तक फास्टैग की सुविधा प्रदान करने वाले बैंक, जेपी कंपनी व यीडा के बीच करार नहीं हो सका है। वैसे ताे 15-16 फरवरी की आधी रात से देशभर के टाेल प्लाजा में फास्टैग अनिवार्य कर दिया गया था लेकिन निजी हाइवे हाेने के कारण शुरूआत में जेपी कंपनी ने फास्टैग लागू करने से मना कर दिया था. यमुना प्राधिकरण की सख्ती के बाद कंपनी तैयार हुई ताे खबर यह आई कि 15 फरवरी से इसे शुरू कर दिया जाएगा लेकिन फास्टैग की सुविधा प्रदान करने वाली बैंक, जेपी कंपी और प्राधिकरण के बीच करार नहीं हाे पाया था.
यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरूण सिंह के अनुसार 165 किलाेमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेसवे के तीनाें टाेल प्लाजा पर फास्टैग की सुविधा अब जल्द ही उपलब्ध करवाई जाएगी जिसके बाद यहां लगने वाले जाम से आम लाेगाें काे राहत मिल सकेगी.
मालूम हाे यमुना एक्सप्रेस वे हर दिन करीब 28 हजार वाहन गुजरते है, इसमें दाेपहिया, कार, बस ट्रक सभी प्रकार के वाहन शामिल है. बनने के बाद से ही यहां कैश में टाेल लिया जा रहा था. लाेगाें ने भी इसे लेकर कई भार आपत्ति जताई थी जब देशभर में फास्टैग अनिवार्य है ताे सिर्फ इसे ही क्याें छूट दी जा रही है. ऐसा इसलिए भी क्याेंकि कैश सिस्टम हाेने के चलते अक्सर लंबा जाम टाेल बूथ के पास लगा रहता है.
तय स्पीड से चलाना हाेते है वाहन
मालूम हाे यमुना एक्सप्रेस वे वाहनाें के लिए गति सीमा तय कर रखी है जिससे ना ताे वाहन ऊपर की गति में ना ही उससे कम गति में वाहन चला सकते है. हल्के वाहनाें के लिए यह गति सीमा 100 किलाेमीटर प्रति घंटा है ताे वहीं भारी वाहनाें के लिए 60 किलाेमीटर प्रति घंटा. यहां जगह-जगह कैमरे स्पीड सेंसर भी लगे है वाहन तेज गति से चलाने पर अगले टाेल पर खड़ी पुलिस चालान बना देती है.